

यूपी के लखनऊ में 69000 शिक्षक भर्ती मामले में आरक्षित वर्ग के अभ्यर्थियों का धरना जारी है। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज की ये रिपोर्ट।
लखनऊ: 69000 शिक्षक भर्ती मामले में आरक्षित वर्ग के अभ्यर्थियों का धरना लगातार जारी हैं। डिप्टी सीएम केशव प्रसाद (Deputy CM Keshav Prasad) के सरकारी आवास पर आज तड़के सुबह 69000 शिक्षक भर्ती मामले में अभ्यर्थियों ने जोरदार प्रदर्शन किया, जो जारी है। प्रदर्शन (Protest) के दौरान अभ्यर्थी सड़क पर ही लेट गए।
डाइनामाइट न्यूज संवाददाता के मुताबिक अभ्यर्थी इलाहाबाद हाईकोर्ट (Allahabad High Court) की लखनऊ खंडपीठ (Lucknow Bench) के आदेश का तत्काल पालन करने की मांग कर रहे हैं। उनका आरोप है कि हाईकोर्ट के फैसले के बाद भी उनकी सुनवाई (Hearing) नहीं हो रही हैं। उनकी मांग है कि कोर्ट के आदेश के अनुसार नई सूची जल्द जारी की जाये।
अभ्यर्थियों को नहीं मिल रहा न्याय
प्रदर्शन कर रहे अभ्यर्थियों के कहा कि अधिकारियों कि बेसिक शिक्षा विभाग (Basic Education Department) के अधिकारियों की लापरवाही का नतीजा है कि हाई कोर्ट के निर्णय को 10 दिन होने को हैं, लेकिन अभी क उसका पालन नहीं किया गया। मुख्यमंत्री (CM) ने भी खुद इसको लेकर निर्देश जारी किया है। अब जब मामला सुप्रीम कोर्ट में जाएगा तो एक बार फिर से आरक्षित वर्ग (Reserved Category) के अभ्यर्थियों को न्याय (Justice) के लिए इंतजार करना पड़ सकता हैं।
नेताओं (Leaders) की चुप्पी
बता दें कि इससे पहले भी 69000 शिक्षक भर्ती के इन अभ्यर्थियों ने लंबे समय तक लखनऊ में धरना दिया था। तब अभ्यर्थियों ने पिछड़ों (Backward People) और दलितों (Dalit) के आरक्षण पर नेताओं (Leaders) की चुप्पी पर सवाल खड़े किए थे।
चयनित होने के बावजूद नहीं मिल रही नियुक्ति
अभ्यर्थियों का आरोप था कि 69 हजार शिक्षक भर्ती (69 Thousand Teachers Recruited) में आरक्षण (Reservation) के नियमों की अनदेखी की गई हैं। सरकार ने खुद इसे माना है। इसके बाद भी इस वर्ग के सभी मंत्री और नेता इस मामले में चुप्पी साधे हुए हैं। चयनित होने के बावजूद भी नियुक्ति (Appointment) नहीं मिल रही है।