घोसी में गरजे अखिलेश यादव, 'चौकीदार ने कालेधन वालों को देश छोड़ने दिया'
बुधवार को घोसी में समाजवादी पार्टी के अखिलेश यादव और बहुजन समाजवादी पार्टी की मायावती ने 'सामाजिक न्याय से महापरिवर्तन' संयुक्त महारैली को संबोधित किया। इसके अलावा उन्होंने देवरिया, मऊ में भी जनसभा को गठबंधन के प्रत्याशी को जिताने की अपील की।
घोसी: घोसी में लोकसभा चुनाव के सातवें और आखिरी चरण के लिए आज गठबंधन ने पूर्वाचल के घोसी, मऊ और देवरिया में अपनी पूरी ताकत झोंक दी। जनसभा को संबोधित करने के दौरान दोंनों प्रमुख राजनीतिक दलों ने भाजपा पर एक-एक करके जमकर हमला बोला।
घोसी: 'सामाजिक न्याय से महापरिवर्तन' सपा, बसपा और आरएलडी की संयुक्त महारैली pic.twitter.com/SZjegKTrFx
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मऊ में घोसी लोकसभा को सबोधित करते हुए अखिलेश यादव ने कहा, जो पहले से हार मान चुके हैं उनका क्या परिणाम होगा। सपा कार्यकर्ताओं की भी जिम्मेदारी है। यह देश का चुनाव हो रहा है यह पहली बार अलग रंग में दिख रहा है, इस बार चुनाव का रंग बदल गया है चारों ओर नीला-लाल और हरा दिख रहा है।
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भाजपा की राज्य और केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि पांच साल का इनसे हिसाब लेना है। बाबा मुख्यमंत्री का हिसाब जोड दें तो सात साल होता है। भाजपा ने जो वादा किया सब भूल गए। जो सपने दिखाए थे वो पूरे नहीं हुए। कहां हैं अच्छे दिन। किसान भाइयों को भरोसा दिलाया था कि किसानों को लागत का डेढ गुना मुनाफा मिल जाएगा।
डीजल पेट्रोल महंगा कर दिया। किसानों को लाभ नहीं मिला। दो करोड़ नौकरी नहीं दे पाए। हमारी माताएं हैं इनको गैस दे दिया सिलेंडर इतने महंगे कर दिए तो नहीं भरवा पा रहीं।
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इन पर जिन्होंने भरोसा किया उन्हें पकोड़े तलने को कह दिया। चाय वाले बनकर आए थे, कैसी लगी। जो चाय वाला बनकर आए वो चौकीदार बन गए वो जो चौकीदार बनकर आए हैं उन्होंने काले धन वालों को जाने दिया। चौकीदार की चौकीदारी छीननी है।
बीते दिन कांग्रेस विधायक अदिति सिंह पर हुए हमले को लेकर उन्होंने राज्य सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि रायबरेली में उल्टी गाड़ी दिख रही है। बाबा मुख्यमंत्री कह रहे हैं ठोंक दो। इनके सांसद और विधायक भी ठोंको नीति पर चल रहे हैं। सांसद को नहीं रोका होता तो 21 जूतों की सलामी थी।