

लोगों का आरोप है कि जब एक अंतरराष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता का कोई प्रचार-प्रसार नहीं किया गया, तो जिले को पर्यटन के नक्शे पर कैसे लाया जा सकता है? पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
उत्तराखंड/लोहाघाट: पंचेश्वर में अंतरराष्ट्रीय एंग्लिंग प्रतियोगिता रही गुपचुप, पर्यटन विभाग की कार्यप्रणाली पर उठे सवाल
चंपावत जिले के पंचेश्वर में अंतरराष्ट्रीय एंग्लिंग प्रतियोगिता का आयोजन किया गया, लेकिन आश्चर्यजनक रूप से इसकी सूचना स्थानीय लोगों तक नहीं पहुंची। इस मामले को लेकर क्षेत्रीय जनता में पर्यटन और मत्स्य विभाग के खिलाफ भारी आक्रोश देखने को मिल रहा है।
लोगों का आरोप है कि जब एक अंतरराष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता का कोई प्रचार-प्रसार नहीं किया गया, तो जिले को पर्यटन के नक्शे पर कैसे लाया जा सकता है? पर्यटन विभाग के इस रवैये ने उनकी कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
क्षेत्रवासियों का कहना है कि विभाग ने केवल बजट खपाने का काम किया है, जबकि धरातल पर पर्यटन गतिविधियों का कोई अता-पता नहीं है। लोगों ने यह भी आरोप लगाया कि जिला पर्यटन अधिकारी की कार्यशैली संदेह के घेरे में है। यदि अधिकारी क्षेत्र को वास्तव में पर्यटन मानचित्र पर लाने के इच्छुक होते, तो प्रतियोगिता का व्यापक प्रचार कराते, जिससे स्थानीय युवाओं को भी सीखने और भागीदारी का अवसर मिलता।
यहां तक कि मीडिया को भी प्रतियोगिता की जानकारी नहीं दी गई। इससे लोगों में यह सवाल उठ रहा है कि आखिरकार इस आयोजन से लाभ किसे हुआ?लोगों का कहना है कि एक ओर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी चंपावत को आदर्श पर्यटन जिला बनाने के लिए दिन-रात प्रयास कर रहे हैं, वहीं जिला पर्यटन अधिकारी की उदासीनता इन प्रयासों पर पानी फेर रही है। जनता ने मुख्यमंत्री से मामले की जांच कराने और जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है। साथ ही, लोगों ने जल्द ही आरटीआई के माध्यम से जानकारी मांगने का ऐलान किया है।