नीतीश कुमार का मुज़फ़्फ़रपुर में भारी विरोध, बीमार बच्चों को देखने गए थे अस्पताल

गर्मी की वजह से एक्यूट इंसेफेलाइटिस सिंड्रोम की बीमारी के कारण अब तक 108 बच्चों की जान जा चुकी है। वहीं 400 से भी ज्यादा बीमार बच्चे अस्पताल में भर्ती है। ज्यादातर मरीज मुजफ्फरपुर के सरकारी श्रीकृष्णा मेडिकल कॉलेज एंड अस्पताल (एसकेएमसीएच) और केजरीवाल अस्पताल में एडमिट हैं। जहां आज मंगलवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार लोगों और पीड़ित बच्चों से मिलने पहुंचे।

Updated : 18 June 2019, 12:40 PM IST
google-preferred

मुजफ्फरपुर: बिहार के मुजफ्फरपुर में एक्यूट इंसेफेलाइटिस सिंड्रोम (AES) का कहर बढ़ता ही जा रहा है। इस जानलेवा बिमारी की चपेट में 108 मासूमों की जिंदगी आ चुकी है। वहीं अस्पताल में बिमार बच्चों की संख्या भी लगातार बढ़ती ही जा रही है। 

यह भी पढ़ें: बिहार में एईएस से 108 की मौत, अस्‍पताल पहुंचे केंद्रीय स्‍वास्‍थ्‍य मंत्री पर फूटा परिजनों का गुस्‍सा

 

नीतीश कुमार का विरोध करते हुए लोग

इस बीमारी की वजह से जिले में हाहाकर मचा हुआ है। चमकी बुखार से पीड़ित ज्यादातर मरीज मुजफ्फरपुर के सरकारी श्रीकृष्णा मेडिकल कॉलेज एंड अस्पताल (एसकेएमसीएच) और केजरीवाल अस्पताल में एडमिट हैं। जहां आज मंगलवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार लोगों और पीड़ित बच्चों से मिलने पहुंचे। जहां लोगों ने उनका विरोध करना शुरू कर दिया। स्थानीय लोगों ने मुख्यमंत्री का विरोध करते हुए नीतीश कुमार वापस जाओ के नारे लगाने शुरू कर दिए हैं।

यह भी पढ़ें: 24 घंटे में गर्मी व लू के कहर से बिहार में 66 की मौत, 100 से अधिक का इलाज जारी

इस गंभीर बीमारी पर सरकार की लापरवाही के कारण केंद्रिय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन और बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे के खिलाफ बीमारी से पहले एक्शन नहीं लेने के आरोप में केस दर्ज हुआ है। बच्चों की मौत पर मानवाधिकार आयोग ने केंद्र और राज्य सरकार को नोटिस भेजा है। वहीं दूसरी ओर सरकार का कहना है कि हमने कई बच्चों को बचाने में सफलता हासिल की है, हालांकि बीमार बच्चों की संख्या बहुत ज्यादा है। 

 

Published : 
  • 18 June 2019, 12:40 PM IST

Related News

No related posts found.