जानिये आखिर क्यों दोपहर में इसलिए रखा गया था पुरस्कार समारोह

डीएन ब्यूरो

महाराष्ट्र के सांस्कृतिक मामलों के मंत्री सुधीर मुनगंटीवार का कहना है कि नवी मुंबई के खारघर में महाराष्ट्र भूषण पुरस्कार समारोह को दोपहर में इसलिए आयोजित किया गया ताकि राज्य के विभिन्न हिस्सों से लोग उसमें शामिल हो पाएं और रात होने से पहले घर लौट सकें। पढ़िये पूरी खबर डाइनामाइट न्यूज़ पर

महाराष्ट्र भूषण पुरस्कार समारोह
महाराष्ट्र भूषण पुरस्कार समारोह


मुंबई: महाराष्ट्र के सांस्कृतिक मामलों के मंत्री सुधीर मुनगंटीवार का कहना है कि नवी मुंबई के खारघर में महाराष्ट्र भूषण पुरस्कार समारोह को दोपहर में इसलिए आयोजित किया गया ताकि राज्य के विभिन्न हिस्सों से लोग उसमें शामिल हो पाएं और रात होने से पहले घर लौट सकें।

नवी मुंबई में 16 अप्रैल को आयोजित ‘महाराष्ट्र भूषण’ पुरस्कार समारोह के दौरान लू लगने से कम से कम से 14 लोगों की मौत हो गई थी। केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने कार्यक्रम में आध्यात्मिक नेता एवं समाज सुधारक अप्पासाहेब धर्माधिकारी को महाराष्ट्र भूषण पुरस्कार दिया था।

कार्यक्रम के लिए सुबह से ही लोगों ने जुटना शुरू कर दिया था। पूर्वाह्न करीब साढ़े 11 बजे कार्यक्रम शुरू हुआ, जो दोपहर करीब एक बजे तक चला। उस दिन कार्यक्रम स्थल के निकटतम मौसम केंद्र में अधिकतम तापमान 38 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया था।

मुनगंटीवार ने कहा कि किसी को भी अंदाजा नहीं था कि तापमान अचानक इतना बढ़ जाएगा कि वहां मौजूद लोग लू की चपेट में आ जाएंगे।

लू के कारण लोगों के जान गंवाने को लेकर एकनाथ शिंदे नीत शिवसेना और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सरकार की कड़ी आलोचना के बीच मुनगंटीवार ने यह बयान दिया है। उन्होंने बताया कि लोगों के लिए पीने के पानी के 3,000 नलों की व्यवस्था की गई थी।

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भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता ने कहा कि धर्माधिकारी के 20 लाख से 25 लाख अनुयायी भव्य समारोह में शामिल हुए।

उन्होंने कहा कि कार्यक्रम के लिए पर्याप्त इंतजाम किए गए थे और तैयारियों की समीक्षा के लिए मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने चार बार कार्यक्रम स्थल का दौरा किया था।

मुनगंटीवार ने पिछले सप्ताह कहा था कि पुरस्कार समारोह का समय खुद सामाजिक कार्यकर्ता (76) ने सुझाया था।

राज्य के कैबिनेट मंत्री ने बुधवार को कहा था, ‘‘ उन्होंने (धर्माधिकारी) सुझाव दिया कि लोगों (कार्यक्रम में आने वाले) के लिए रात के दौरान वापस जाना मुश्किल होगा। वे रात में या सुबह जल्दी आएंगे और फिर (समय पर) लौट जाएंगे।’’

भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अधिकारियों ने बताया कि महाराष्ट्र सरकार के अनुरोध पर विभाग ने उपनगरीय मुंबई में सांताक्रूज वेधशाला के आंकड़ों के आधार पर अनुमान लगाया था कि खारघर में दिन का तापमान 16 अप्रैल को 34 से 35 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है। हालांकि तापमान 38 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया।

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नवी मुंबई में आईएमडी की कोई मौसम वेधशाला नहीं है।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, शिवसेना-भाजपा सरकार को इस मामले में काफी आलोचना का सामना करना पड़ा है। विपक्षी दल राज्य प्रशासन के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज करने की मांग भी कर रहे हैं।

अप्पासाहेब धर्माधिकारी के वृक्षारोपण अभियान, रक्तदान और चिकित्सकीय शिविरों के साथ-साथ उनके संगठन ‘श्री सदास्य’ के तत्वावधान में आदिवासी क्षेत्रों में आयोजित नशामुक्ति कार्यक्रमों के कारण राज्य में बड़े पैमाने पर अनुयायी हैं।










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