जानिये क्यों गर्मी की छुट्टियों में बच्चों को लेकर बढ़ी माता-पिता चिंता, पढ़ें ये खास रिपोर्ट

डीएन ब्यूरो

सर्वेक्षण कंपनी 'कंतार' की एक सर्वे रिपोर्ट में दावा किया गया है कि भारत में गर्मी की छुट्टियों से पहले 85 फीसदी अभिभावक, अवकाश के दौरान बच्चों के स्क्रीन पर ज्यादा समय बिताने को लेकर चिंतित हैं।

फाइल फोटो
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नयी दिल्ली: सर्वेक्षण कंपनी 'कंतार' की एक सर्वे रिपोर्ट में दावा किया गया है कि भारत में गर्मी की छुट्टियों से पहले 85 फीसदी अभिभावक, अवकाश के दौरान बच्चों के स्क्रीन पर ज्यादा समय बिताने को लेकर चिंतित हैं।

'कंतार' द्वारा मार्च में वीडियो स्ट्रीमिंग प्लेटफार्म 'अमेजन' के लिए किए गए सर्वेक्षण के अनुसार, 90 फीसदी से अधिक माता-पिता का मानना ​​​​है कि स्क्रीन पर अधिक समय बिताने से बच्चों की सक्रियता कम हो जाती हैं, चाहे वह स्क्रीन टीवी का हो, या कंप्यूटर का।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, सर्वे रिपोर्ट के मुताबिक, अधिकांश लोगों ने महसूस किया कि आदर्श स्क्रीन टाइम दो घंटे से कम होना चाहिए। हालांकि, 69 फीसदी लोगों ने पुष्टि की कि उनके बच्चे हर दिन स्क्रीन पर तीन घंटे से अधिक समय बिता रहे हैं।

इस सर्वेक्षण में भारत के 10 महानगरों और गैर-महानगर शहरों में छोटे बच्चों (3-8 वर्ष) के लगभग 750 अभिभावकों को शामिल किया गया।

सर्वे रिपोर्ट के अनुसार, लगभग 96 फीसदी माता-पिता अपने बच्चों को सीखने और मज़ेदार गतिविधियों से जोड़े रखने के लिए स्क्रीन-मुक्त तरकीबें ढूंढ रहे हैं।

कंतार के इनसाइट्स डिवीजन के कार्यकारी प्रबंध निदेशक, दीपेंद्र राणा ने कहा, 'बच्चे नई चीजें सीखने के लिए उत्सुक होते हैं और इस प्रक्रिया में आनंद लेना चाहते हैं। गर्मी की छुट्टियों के दौरान ज्यादा खाली समय होने के कारण माता-पिता के लिए बच्चों को व्यस्त रखना एक बड़ी चुनौती होती है। हमारा सर्वेक्षण बताता है कि माता-पिता बच्चों के स्क्रीन समय को कम करने को लेकर उत्सुक हैं। स्क्रीन-मुक्त गतिविधियां बच्चों को नए कौशल सीखने में मदद कर सकती हैं।'










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