केरल के राज्यपाल ने राज्य सरकार पर किया बड़ा हमला, पढ़िए पूरी खबर
केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने बुधवार को राज्य में सत्तारूढ़ वामपंथियों पर निशाना साधते हुए कहा कि व्यवधान, अपमान और विरोध उनके 'संस्कारों' में शामिल हैं और यही कारण है कि वे सत्तारूढ़ होने के बावजूद आंदोलन में शामिल रहते हैं। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
मलाप्पुरम: केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने बुधवार को राज्य में सत्तारूढ़ वामपंथियों पर निशाना साधते हुए कहा कि 'व्यवधान, अपमान और विरोध' उनके 'संस्कारों' में शामिल हैं और यही कारण है कि वे सत्तारूढ़ होने के बावजूद आंदोलन में शामिल रहते हैं।
खान ने यहां पोन्नानी के रास्ते में ‘स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया’ (एसएफआई), डेमोक्रेटिक यूथ फेडरेशन ऑफ इंडिया (डीवाईएफआई) और मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीआई-एम) कार्यकर्ताओं द्वारा उन्हें दिखाए गए काले झंड़ों का जिक्र करते हुए कहा कि यह 'सबसे दुर्भाग्यपूर्ण' है। पार्टी के जो सदस्य राज्य में कानून और व्यवस्था बनाए रखने के लिए जिम्मेदार हैं, वे सड़कों पर व्यवधान पैदा कर रहे थे।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार सीपीआई (एम) और उसकी छात्र शाखा एसएफआई एवं युवा शाखा डीवाईएफआई के कार्यकर्ताओं ने यहां पोन्नानी में राज्यपाल को उस वक्त काले झंडे दिखाए जब वह कांग्रेस पार्टी द्वारा आयोजित एक समारोह में शामिल होने जा रहे थे।
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खान ने राज्य में वामपंथी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा,'' अगर किसी एलियन जो इस जगह को नहीं जानता है, वह भी पूछे कि वे (प्रदर्शनकारी) कौन हैं तो आप क्या जवाब देंगे? वे उस पार्टी के सदस्य हैं जिसे केरल में सरकार चलाने के लिए चुना गया है।''
उन्होंने कहा,''अगर वे सत्ताधारी दल के हैं तो विरोध कैसे कर पा रहे हैं? क्या आपने कभी किसी सत्ताधारी दल को विरोध करते हुए सुना है? इसका जवाब यह होगा कि उनके 'संस्कार' व्यवधान, अपमान और विरोध के हैं और वे इसमें इतने अभ्यस्त हैं कि वे भूल जाते हैं कि उन्हें राज्य में सरकार चलाने के लिए चुना गया है। यह अफसोस की बात है।''
खान ने कार्यक्रम के बाद संवाददाताओं से कहा,''यहां हर कोई जानता है कि उन्होंने अतीत में कितनी हिंसा की है। इसलिए, इसमें कुछ भी नया नहीं है और मैं उन्हें कोई महत्व नहीं देना चाहता।'
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राज्यपाल को काले झंडे दिखाने से पहले एसएफआई ने दिवंगत कांग्रेस नेता पी. टी. मोहन कृष्णन की स्मृति में आयोजित एक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए खान के आगमन से कुछ घंटे पहले पोन्नानी में जगह-जगह बैनर लगाए जिन पर लिखा था, 'श्रीमान कुलाधिपति आपका यहां स्वागत नहीं है' और 'श्रीमान कुलाधिपति यह वह जगह है जहां के बहुत से लोगों को आप खूनी अपराधी कहते हैं, सावधान रहें'।
खान को मंगलवार को व्यापारियों के संगठन केरल व्यापारी व्यवसायी एकोपना समिति द्वारा आयोजित एक समारोह में भाग लेने के लिए इडुक्की जिले के थोडुपुझा की यात्रा के दौरान भारी विरोध का सामना करना पड़ा था। सत्तारूढ़ वाम लोकतांत्रिक मोर्चा से जुड़े विभिन्न युवा संगठनों ने राज्यपाल का विरोध किया था।
केरल सरकार भूमि अवलोकन (संशोधन) विधेयक 2023 को राज्यपाल की मंजूरी न मिलने के विरोध में एलडीएफ ने इडुक्की जिले में हड़ताल का आह्वान किया था।