UP Arms License: यूपी में शस्त्र लाइसेंस में बड़ा फर्जीवाड़ा, सैकड़ों फाइलें गायब, कई अधिकारियों पर लटकी कार्रवाई की तलवार

डीएन ब्यूरो

उत्तर प्रदेश में शस्त्र लाइसेंस में बड़े फर्जीवाड़े का मामला सामने आया है। शस्त्र लाइसेंस की कई फाइलें गायब है, जिसके बाद पूरे विभाग में हड़कंप मचा हुआ है। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट

कानपुर में शस्त्र लाइसेंस में बड़ा फर्जीवाड़ा (फाइल फोटो)
कानपुर में शस्त्र लाइसेंस में बड़ा फर्जीवाड़ा (फाइल फोटो)


कानपुर: उत्तर प्रदेश में शस्त्र लाइसेंस में एक बड़े फर्जीवाड़े का मामला सामने आया है। एक साल से चल रही एसआईटी जांच में पाया गया कि शस्त्र लाइसेंस से जुड़ी करीब 9 हजार फाइलें गायब हैं। इन फाइलों को साजिश के तहत गायब करवाया गया या इनमें हेराफेरी व गड़बड़ी की गई। मामले का खुलासा होने के बाद पूरे विभाग में हड़कंप मचा हुआ है। कई अधिकारियों और कर्मचारियों पर अब कार्रवाई की तलवार लटक रही है। 

जानकारी के मुताबिक कुछ शिकायतें सामने आने के बाद पूर्ववर्ती योगी सरकार 1.0 ने भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टोलरेंस नीति के तहत  शस्त्र लाइसेंस संबंधित जांच के आदेश दिये थे। एसआईटी की 17 सदस्यीय टीम ने इस मामले में विभाग के कई बाबुओं और कर्मचारियों से पूछताछ की। इसके साथ ही संबंधित फाइलों और रिकार्ड को भी खंगाला गया। अब एसआईटी जांच रिपोर्ट सामने आ गई है।

जांच में पता चला कि कानपुर में कुल 39 हजार 7 सौ से अधिक शस्त्र लाइसेंस और संबंधिद फाइलें थी। एसआईटी जांच में लगभग 9 हजार फाइलें गायब पाई गई हैं। इतनी बड़ी संख्या में शस्त्र लाइसेंस की फाइलें गायब होने से जहां विभाग में हड़कंप मचा हुआ है वहीं कई सवाल भी खड़े हो रहे हैं, जो किसी बड़ी साजिश की ओर इशारा कर रहे हैं। 

एसआईटी ने इन मामले में 12 अधिकारियों और कर्मचारियों की भूमिका को संदिग्ध माना है। शस्त्र लाइसेंस की फाइलें गायब होने में इन अधिकारियों और कर्मचारियों की लापरवाही की बातें सामने आ रही है। अधिकारियों औऱ कर्मचारियों पर फाइलों में हेराफेरी, गड़बड़ी और इनको गायब करने के आरोप हैं। शासन और सरकार द्वारा जांच रिपोर्ट के आधार पर अब इन कर्मचारियों और अधिकारियों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई हो सकती है।










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