Joshimath Sinking: जोशीमठ में भूधंसाव और घरों में दरार का मामला पहुंचा सुप्रीम कोर्ट, जनहित याचिका दायर, जानिये ये अपडेट
उत्तराखंड के जोशीमठ शहर में हो रहे भूधंसाव को लेकर सुप्रीम कोर्ट में एक जनहित याचिका दायर कर दी गई है। डाइनामाइट न्यूज़ की रिपोर्ट में जानिये ये अपडेट
देहरादून: उत्तराखंड के जोशीमठ में भूधंसाव और लोगों के घरों-मकानों में पड़ रही दरारों का मामला शनिवार को सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है। देश की शीर्ष अदालत में इस गंभीर मामले को लेकर एक जनहित याचिका दायर की गई है। बता दें कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी शनिवार को जोशीमठ दौरे पर हैं, जहां उन्होंने भूधंसाव का जायजा लेने के साथ पीड़ित परिवारों से मुलाकात की और समस्या के दृष्टिगत अफसरों को जरूरी निर्देश दिये।
जानकारी के मुताबिक जोशीमठ भूधंसाव के मामले में शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वतीजी महाराज ने अपने अधिवक्ता के माध्यम से सुप्रीम कोर्ट में पीआईएल दाखिल कराई है। स्वामी अविमुक्तेश्वरानन्द सरस्वती के मीडिया प्रभारी डाक्टर शैलेन्द्र योगी उर्फ योगीराज सरकार ने इसकी पुष्टि करते हुए ये जानकारी दी।
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बता दें कि जोशीमठ में भूधंसाव के कारण खतरा लगातार बढता जा रहा है। कई मकानों-घरों पर दरार पड़ने और मिलने का सिलसिला जारी है। यहां के लोगों में भारी दहशत है। लगभग 600 से अधिक परिवार संकट की जद में हैं। हालांकि सरकार ने अब रेसक्यू ऑपरेशन तेज कर दिया है। स्थिति का जायजा लेने के लिये मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जोशीमठ का दौरा किया और पीड़ित परिवारों से मुलाकात की।
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जनपद चमोली में स्थित 50 हजार की आबादी वाले शहर जोशीमठ में लगातार जमीन धंस रही है। लगभग 600 घरों में दरारें आ गई हैं। के लोग कड़ाके की ठंड में रात को घर के बाहर रहने को मजबूर हैं।
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