

उत्तराखंड के चमोली जनपद में जोशीमठ शहर के 561 घरों में दरारें आईं है। दो होटलों समेत एशिया की सबसे लंबी रोपवे को पर्यटकों के लिए बंद कर दिया गया है। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
गोपेश्वर: उत्तराखंड के चमोली जनपद में स्थित जोशीमठ शहर के 561 घरों में दरारें आईं है। जिला प्रशासन ने उन मकानों की सूची जारी की है, जिनमें दरारें पाई गई है। इसके साथ ही प्रशासन ने ऐहतियात के तौर पर दो हटलों को बंद कर दिया है। इस बीच प्रशासन ने जोशीमठ में स्थित एशिया की सबसे लंबी रोपवे को भी पर्यटकों के लिए बंद कर दिया है।
गुरूवार सुबह उत्तराखंड की धामी सरकार ने जोशीमठ के लोगों के मकानों और घरों में दरारों की जांच के लिये वैज्ञानिकों की एक टीम का गठन किया है। यह टीम जोशीमठ जाकर दरारों का कारण जानेगी और इसके रोकथाम के उपाय बतायेगी।
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जोशीमठ में हो रहे भू-धंसाव से स्थिति लगातार बिगड़ रही है। भू-धंसाव ने अब सभी वार्डों को चपेट में ले लिया है। बुधवार को जोशीमठ से 66 परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया गया। अब तक 77 परिवारों को शिफ्ट किया जा चुका है। राज्य सरकार पूरे मामले पर नजर बनाए हुए है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर बृहस्पतिवार को विशेषज्ञों का एक दल जोशीमठ रवाना होगा।
भू-धंसाव से घरों में पड़ रही दरारों से भयभीत लोगों ने कल मशाल जुलूस निकालकर विरोध प्रदर्शन किया। लोगों में सरकार की उदासीनता को लेकर गुस्सा देखा जा रहा है। जनता का कहना है कि सरकार ने समय रहते कदम नहीं उठाये, जिससे अब समस्या बढ़ गई है।
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