India-China Military Talks: जानिये भारत और चीन ने सैन्य वार्ता में पूर्वी लद्दाख विवाद कैसी हुई चर्चा
भारत और चीन ने पूर्वी लद्दाख में टकराव वाले शेष स्थानों से सैनिकों को पीछे हटाने और क्षेत्र में तनाव कम करने के मद्देनजर सोमवार को नए दौर की सैन्य वार्ता की। पढ़िये पूरी खबर डाइनामाइट न्यूज़ पर
नयी दिल्ली: भारत और चीन ने पूर्वी लद्दाख में टकराव वाले शेष स्थानों से सैनिकों को पीछे हटाने और क्षेत्र में तनाव कम करने के मद्देनजर सोमवार को नए दौर की सैन्य वार्ता की।
सैन्य सूत्रों ने बताया कि कोर कमांडर स्तरीय 19वें दौर की बातचीत वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) के पास भारतीय क्षेत्र में चुशुल-मोल्डो में हुई।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, पूर्वी लद्दाख में कुछ बिंदुओं पर भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच तीन साल से अधिक समय से गतिरोध बना हुआ है। हालांकि दोनों पक्षों ने व्यापक राजनयिक और सैन्य वार्ता के बाद कई स्थानों से अपने सैनिकों को वापस बुला लिया है।
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सूत्रों ने बताया कि बातचीत सुबह करीब साढ़े नौ बजे शुरू हुई और इन पंक्तियों के लिखे जाने तक वार्ता जारी थी।
भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व 14वीं कोर के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल रशीम बाली कर रहे हैं। इस कोर का मुख्यालय लेह में है। चीनी प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व दक्षिण शिनजियांग सैन्य जिले के कमांडर कर रहे हैं।
इससे पहले, 23 अप्रैल को 18वें दौर की सैन्य वार्ता हुई थी जिसमें भारतीय पक्ष ने देपसांग और डेमचोक के लंबित मुद्दों पर जोर दिया था।
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विदेश मंत्रालय ने पिछले महीने कहा था कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने पिछले साल बाली में जी -20 शिखर सम्मेलन के दौरान एक रात्रिभोज में द्विपक्षीय संबंधों को स्थिर बनाने की आवश्यकता पर चर्चा की थी।
राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने 24 जुलाई को जोहानिसबर्ग में पांच देशों के समूह ब्रिक्स की बैठक के दौरान शीर्ष चीनी राजनयिक वांग यी से मुलाकात की थी।