दिव्यांग आत्महत्या मामले में परिजनों ने लगाया चौकी इंचार्ज पर आरोप, हुए लाइन हाजिर

डीएन ब्यूरो

दरोगा द्वारा दिव्यांग को पुलिस चौकी में जुते से पिटाई के मामले में मृतक के परिजनों के आरोप के बाद आला पुलिस के उच्च अधिकारी मैनेज करने में जुट गए है। पढ़ें डाइनामाइट न्यूज़ पर पूरी खबर...



महराजगंजः पुलिस की पिटाई से आहत होकर खुद को आग लगाने वाले ग्राम शीतलापुर निवासी दिव्यांग जगरनाथ उपाध्याय  की गोरखपुर मेडिकल कॉलेज में इलाज के दौरान मंगलवार सुबह मौत हो गई। मृतक के परिजनों ने पुलिस पर आरोप लगाया है। मृतक के भाई कमलेश ने आरोप लगाया है कि पड़ोसी से हुए मामूली विवाद में पुलिस उसे थाने लेकर आई थी, जहां दारोगा ने उसकी जूते से पिटाई कर दी इससे आहत होकर उसने पेट्रोल डालकर खुद को आग लगा ली। 95 फीसदी जल चुके जगरनाथ को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था।

अस्पताल में उसकी गंभीर हालत को देखते हुए उसे गोरखपुर मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया था। जहां उसने आज अंतिम सांस ली। उधर एसपी ने मामले की जांच शुरू कर दी है। 

चौकी पर मौजूद महिलाओं और देखने वालों ने कही ये बात
एक तरफ जहां मृतक के परिजनों का खुला आरोप है कि दरोगा ने पुलिस चौकी में पिटाई की तो आहत होकर आत्महत्या कर लिया। तो वहीं पुलिस चौकी में उस समय मौजूद और देखने वालों ने कहा कि दरोगा ने सिर्फ पूछताछ की थी। मारने पीटने का मामला गलत है। 


डाइनामाइट न्यूज़ से बोले आरोपी चौकी इंचार्ज, हमने नहीं की दिव्यांग की पिटाई
मामले में लगे गंभीर आरोप के बाद चौकी इंचार्ज को लाइन हाजिर कर दिया गया है। मामले की जांच की कर रहे एसपी ने 3 तीन में मामले की रिपोर्ट मांगी है। चौकी में जा कर जब डाइनामाइट न्यूज़ के संवाददाता ने आरोपी चौकी इंचार्ज से बात की तो चौकी इंचार्ज ने साफ कहा कि हमने नहीं मारा पीटा, आरोप गलत है। हमें फसाया जा रहा है।










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