महराजगंज: अवैध खनन से गांव के अस्तित्व पर संकट , सूचना मिलने के बाद भी अंजान बनी प्रशासन

डीएन ब्यूरो

अवैध बालू खनन थमने का नाम नहीं ले रहा है। बालू माफिया जोरों पर अवैध खनन कर रहे हैं। शिकायत के बाद भी प्रशासन चप्पी साधे हुई है। आखिर किसकी छत्रछाया में हो रहा है ये काम। पढ़ें डाइनामाइट न्यूज़ पर पूरी खबर..

खनन कार्य करते लोग
खनन कार्य करते लोग


महराजगंज: जिले के घुघली थाना क्षेत्र में छोटी गंडक नदी पर बालू माफियाओं ने पूरी तरह कब्जा जमा लिया है। कई जगहों पर अंधाधुंध अवैध खनन जारी है। ऐसा नहीं है कि विभाग और प्रशासन को इसकी भनक नहीं है। खनन से नदी का स्वरुप बदलने के कारण टेढ़वा गांव के अस्तित्व पर खतरा मंडराने लगा है। 

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खतरे को देखते हुए ग्रामीणों ने विभाग और प्रशासन से शिकायत करते हुए अवैध खनन तत्काल बंद कराने की मांग किया था, मगर न तो खनन रुकी और न ही कोई कार्रवाई होती नजर आई है, जिसको लेकर ग्रामीणों में आक्रोश और गुस्सा है। 

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ग्रामसभा टेढ़वा निवासियों ने बताया कि रात के अंधेरे में टेढ़वा से लेकर कोटिया तक लगभग पांच किलोमीटर के दायरे में अंधाधुंध अवैध खनन हो रही है। रात से लेकर भोर तक सैकड़ों ट्राली-ट्रैक्टरों के आवागमन से गांव की सड़कें ध्वस्त हो गई हैं। किसानों के सैकड़ों एकड़ कृषि योग्य जमीन पहले ही नदी में विलीन हो चुकी हैं। अवैध खनन से नदी का रुख पश्चिम तरफ होने से सैकड़ों एकड़ भूमि कुशीनगर जनपद के पाले में चली गई है। 

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इस अवैझ खनन के बारे में प्रशासन से लेकर मुख्यमंत्री तक को सूचित किया गया है, लेकिन किसी कोई कार्रवाई  नहीं की गई है। डीएम अमरनाथ उपाध्याय ने कहा कि अवैध खनन पर अंकुश लगाया जाएगा। यदि ऐसा है, तो जांच कर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।










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