

शनिवार को हिंडनबर्ग द्वारा लगाए गए आरोपों पर मार्केट रेग्युलेटर सेबी की चेयरपर्सन माधबी पुरी बड़ी प्रतिक्रिया दी है। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
नई दिल्ली: मार्केट रेग्युलेटर सेबी (SEBI) की चेयरपर्सन माधबी पुरी बुच (Madhabi Puri buch) और उनके पति ने शनिवार को अमेरिकी (America) कंपनी हिंडनबर्ग (Hindenburg) द्वारा लगाए गए आरोपों को निराधार बताया है।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार हिंडनबर्ग ने बीते साल भारतीय अरबपति गौतम अडानी पर गंभीर आरोप लगाते हुए रिपोर्ट जारी की थी।
सेबी चीफ ने आरोपों को सिरे से किया खारिज
सेबी की चेयरपर्सन माधबी पुरी बुच और उनके पति धवल बुच ने रविवार की सुबह-सुबह जारी एक बयान (Statement) में कहा कि 10 अगस्त को आई हिंडनबर्ग रिपोर्ट (Hindenburg Report) में लगाए गए आरोप आधारहीन हैं और इनमें किसी भी तरह की कोई सच्चाई नहीं है।
उन्होंने कहा कि हमारा जीवन और फाइनेंस खुली किताब की तरह है। हमें जो भी खुलासे करने की जरूरत थी, वो सारी जानकारियां बीते सालों में सेबी को दी गई हैं।
अडानी ग्रुप और SEBI चीफ के बीच लिंक
अमेरिकी शॉर्ट सेलर फर्म हिंडनबर्ग (Hindenburg) ने अडानी को शामिल करते हुए मार्केट रेग्युलेटर सेबी (SEBI) पर निशाना साधा है। हिंडनबर्ग ने अपनी नई रिपोर्ट में अडानी ग्रुप और SEBI चीफ माधबी पुरी बुच के बीच लिंक होने का दावा करते हुए आरोप लगाया है कि व्हिसलब्लोअर से मिले दस्तावेजों से पता चलता है जिन ऑफशोर संस्थाओं का इस्तेमाल अडानी मनी साइफनिंग स्कैंडल में हुआ, उसमें
टैक्स हेवन मॉरीशस में रजिस्टर्ड
Hindenburg की ओर से शनिवार को जारी की गई रिपोर्ट में दावा करते हुए कहा गया कि व्हिसलब्लोअर दस्तावेजों से खुलासा होता है कि माधबी बुच और उनके पति धवल बुच ने 5 जून, 2015 को सिंगापुर में आईपीई प्लस फंड 1 के साथ अपना अकाउंट खोला। इसमें दंपति का कुल निवेश (investment) 10 मिलियन डॉलर आंका गया है।
हिंडनबर्ग के आरोप
हिंडनबर्ग ने आरोप लगाया कि ऑफशोर मॉरीशस फंड की स्थापना इंडिया इंफोलाइन के माध्यम से अडानी ग्रुप के एक निदेशक ने की थी और यह टैक्स हेवन मॉरीशस में रजिस्टर्ड है।