Hathras stampede: परत दर परत खुलते जा रहे सूरज पाल उर्फ भोले बाबा के चौंकाने वाले कारनामे

डीएन ब्यूरो

यूपी के हाथरस भगदड़ हादसे में सत्संग के प्रवचनकर्ता के बारे में नित नए चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट

सूरज पाल उर्फ भोले बाबा
सूरज पाल उर्फ भोले बाबा


हाथरस: यूपी के हाथरस हादसे में  सूरज पाल उर्फ भोले बाबा उर्फ नारायण साकार हरि से जुड़े हर दिन चौंकाने वाले नए खुलासे हो रहे हैं। अब एक नया राज सामने आया है कि सत्संग में बाबा हमेशा कुंवारी लड़कियों से घिरा रहता था। उसे लाल रंग पसंद था, इसलिए इन लड़कियों को सत्संग के दौरान आयोजन समिति की ओर से स्पेशल लाल पौशाक दी गई थी। ये खुलासा सूरज पाल के सत्संग में जाने वाली महिलाओं ने किया है।

सूरज पाला के एक अनुयायी ने बताया कि बाबा के आश्रम और संस्थान में महिलाओं की अलग-अलग श्रेणियां तय थीं। कुंवारी लड़कियां ही सूरजपाल की शिष्याएं थीं। इसके लिए लड़कियों को बाबा से विशेष दीक्षा लेनी पड़ती थी। वहीं सुहागिन महिलाओं को सूरजपाल में भोले बाबा के दर्शन होते थे। उन्हें सूरज पाल से दूर रखा जाता था, वह शादीशुदा महिलाओं को अपने पास नहीं आने देता था।

सूरज पाल उर्फ भोले बाबा उर्फ नारायण साकार हरि

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार महिलाओं ने बताया कि लड़कियां वही पोशाक पहनकर सत्संग में जाती थीं और नृत्य करती थीं।उन्होंने बताया कि सत्संग के दौरान बाबा हमेशा काला चश्मा पहना करता था। उन लड़कियों को सूरज पाल के चश्मे में भगवान का रूप दिखता था। इतना ही नहीं, जो महिलाएं सत्संग में जाती थीं, उन्होंने कई ऐसे खुलासे किए, जिनके बारे में वे कमरे में भी बताने से झिझकती थीं। 

एक महिला ने बताया कि सूरजपाल के आसपास हमेशा रहने वाली कुंवारी लड़कियां उसे अपना पति मानती थीं और उसी तरह उसके साथ रहती थीं। ये लड़कियां उसका सम्मान करती थीं और उसकी एक पुकार पर कुछ भी करने को तैयार रहती थीं।   










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