Govardhan Puja: भीलवाड़ा में गोवर्धन पूजा और अन्नकूट महोत्सव पर चारों ओर हर्षोल्लास

डीएन ब्यूरो

राजस्थान के भीलवाड़ा जनपद में गोवर्धन पूजा और अन्नकूट महोत्सव हर्षोल्लास से मनाया गया। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट

गोवर्धन पूजा -अर्चना करते हुए  महिलाये
गोवर्धन पूजा -अर्चना करते हुए महिलाये


भीलवाड़ा: राजस्थान के भीलवाड़ा जनपद में गोवर्धन पूजा और अन्नकूट महोत्सव हर्षोल्लास से मनाया गया। गोवर्धन पूजा और अन्नकूट महोत्सव के पावन अवसर पर लोगों में भारी उत्साह देखने को मिला। शहर के मंदिरों से लेकर आम लोगों के घरों में पूजा-अर्चना समेत विभिन्न तरह के धार्मिक अनुष्ठान किये गये।  

महिलाओं ने सुबह-सुबह घरों के बाहर गोबर से गोवर्धन बनाकर जहां पूजा अर्चना की तो वहीं मंदिरों में अन्नकूट बनाने का कार्य भी जोर शोर से शुरू हो गया। शहर के 25 मंदिरों में इस बार अन्नकूट महोत्सव मनाया जा रहा है। 

अन्नकूट महोत्सव

अन्नकूट महोत्सव में विभिन्न प्रकार की सब्जियों को मिलाकर सब्जी बनाई जाती है। इसके साथ चंवले और चावल के साथ मिठाईयां भी बनाई जा रही है।

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डाइनामाइट न्यूज़

इस खास अवसर पर डाइनामाइट न्यूज़ से बातचीत करते हुए निम्बार्क आश्रम के महंत मोहन शरण शास्त्री ने गोवर्धन पूजन का महत्व बताया। उन्होंने कहा कि ये पर्व सनातन धर्म के लिए विशेष पर्व है। उन्होंने कहा कि इस दिन प्रात: गिरीराज का पूजन करके गोर्वधन बनाया जाता है। इसके साथ शाम को आरती के साथ छप्पन भोग लगाया जाता है। 

उन्होंने कहा कि इसके साथ सभी तरहों की सब्जियों से अन्नकूट बनाया जाता है और इस प्रसाद का सेवन करने से शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। इसलिए वैज्ञानिक तरीके से देखा जाए तो यह काफी विशेष महत्व रखता है।

गोवर्धन पूजा और अन्नकूट महोत्सव

गोवर्धन पूजा कर रही योगिता माली

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गोवर्धन पूजा कर रही योगिता माली ने भी डाइनामाइट न्यूज़ से बातचीत में कहा दिवाली के दूसरे दिन गाय के गोबर से गोवर्धन जी बनाए जाते है और विधी विधान से पूजा अर्चना करके सुख शांति की कामना करते है।

माना जाता है कि भगवान कृष्ण ने इस दिन गोवर्धन पर्वत उठाकर गोकुलवासियों को इन्द्र के प्रकोप से बचाया था।










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