IT Raid in Gorakhpur: गोरखपुर में आयकर विभाग की छापेमारी, व्यापारियों में हड़कंप, जानिये पूरा अपडेट

उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में आयकर विभाग की छापेमारी से गुरुवार को हड़कंप मच गया। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट

Post Published By: डीएन ब्यूरो
Updated : 9 January 2025, 1:07 PM IST
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गोरखपुर: आयकर विभाग की टीम ने गुरुवार की सुबह शहर के आधे दर्जन से अधिक व्यावसायिक प्रतिष्ठानों व उनके संचालकों के घरों पर भी छापा मारा है। अचानक हुई इस कार्रवाई से हड़कंप मच गया। छापेमारी करने वाली टीम लखनऊ, प्रयागराज व दिल्ली की बताई जा रही है। इसमें विभाग के स्थानीय अधिकारी भी शामिल हैं।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार टीम फ्लोर मिल संचालक, होटल उद्यमी, आटोमोबाइल सेक्टर, रियल ईस्टेट और एक अन्य व्यापारी के यहां कार्रवाई में जुटी हुई है। इस छापेमारी में सबसे बड़ी खबर यह है कि आयकर टीम ने आर्बिट ग्रुप पर भी छापा मारा है। 

इस छापेमारी के बाद शहर के व्यापारियों के बीच हड़कंप मच गया है। बताया जा रहा है कि टीम इन सभी के घरों व ऑफिस स मिले सभी दस्तावेजों को कब्जे में ले रही हैं। 

आर्बिट ग्रुप के हरिओम नगर स्थित समूह के दोनों निदेशकों अभिषेक अग्रवाल और आनंद मिश्रा के घर जांच-पड़ताल कर रही है। फिलहाल दोनों निड़ेशकों का मोबाइल फोन भी बंद है। इसके अलावा मेडिकल कॉलेज रोड स्थित आर्बिट अपार्टमेंट स्थित दफ्तर भी टीम पहुंची है। इतना ही नहीं गोरखपुर के अलावा लखनऊ स्थित आवास समेत कई जिलों में आर्बिट ग्रुप के ठिकानों पर अभी रेड जारी है।

आर्बिट ग्रुप में छापेमारी

अचानक चर्चा में आया आर्बिट ग्रुप 

आर्बिट ग्रुप का काम ऑटोमोबाइल के साथ रियल इस्टेट में पिछले कुछ सालों में तेजी से बढ़ा है। शहर भर में लगातार दो दर्जन से अधिक कमर्शियल बिल्डिंग और कांप्लेक्स बनाकर इस समूह ने तेजी से न ही सिर्फ अपना प्रसार किया है, बल्कि शहर भर में अचानक यह समूह चर्चा में भी आ चुका हैं।

शहर में दो दर्जन से अधिक कामर्शियल भवन व कांप्लेक्स इस समूह ने बनवाए हैं। इनके पास आर्बिट के नाम से ही मारूति की गाड़यों का शो रूम भी है। समूह से जुड़े दोनों निदेशकों अभिषेक अग्रवाल और आनंद मिश्र के मोबाइल बंद हैं।

7 साल पहले रियल इस्टेट में आया आर्बिट ग्रुप 

पिछले लगभग 7 सालों में आर्बिट समूह ने कई बड़े भवनों का निर्माण किया है। बड़ी कंपनियों के शोरूम एवं रिटेल स्टोर इन भवनों में हैं। सभी प्रमुख स्थानों पर इनके भवन नजर आते हैं। मेडिकल रोड पर एक अपार्टमेंट भी बनवाया है। आयकर की टीम ने गोरखपुर में दोनों निदेशकों के आवास, मेडिकल कालेज रोड स्थित कार्यालय और लखनऊ स्थित आवास पर भी जांच शुरू की है।

किराए पर हैं अधिकतर संपत्तियां

इस समूह के बारे में एक बात चर्चित है कि जो भी भवन ये बनवाते हैं, उसे किराए पर ही देते हैं। आमतौर पर भवन बनाकर लोग बेचते हैं और पूंजी निकालकर दूसरे प्रोजेक्ट कर काम करते हैं। लेकिन यह समूह बिल्डिंग बनाता है और उसे किराए पर देता है। उसके बाद दूसरी प्रोजेक्ट पर काम शुरू हो जाता है। गोरखपुर में यह समूह सबसे तेजी से उभरा है।