Ganeshotsav: मुंबई में शुक्रवार को तड़के तीन बजे तक 37,599 मूर्ति विसर्जित की गईं

डीएन ब्यूरो

मुंबई में बृहस्पतिवार को दस दिवसीय गणेशोत्सव के समापन के साथ गजानन भगवान गणेश की हजारों मूर्तियों को श्रद्धालुओं की मौजूदगी में कृत्रिम तालाबों सहित जलाशयों में विसर्जित किया गया। पढ़ें पूरी रिपोर्ट डाइनामाइट न्यूज़ पर

गणेशोत्सव  समापन
गणेशोत्सव समापन


मुंबई:  मुंबई में बृहस्पतिवार को दस दिवसीय गणेशोत्सव के समापन के साथ गजानन भगवान गणेश की हजारों मूर्तियों को श्रद्धालुओं की मौजूदगी में कृत्रिम तालाबों सहित जलाशयों में विसर्जित किया गया।

अधिकारियों ने बताया कि शहर के प्रसिद्ध लालबागचा राजा की मूर्ति के विसर्जन के लिए बृहस्पतिवार पूर्वाह्न साढ़े 11 बजे यात्रा शुरू हुई थी और शुक्रवार सुबह करीब सवा नौ बजे मूर्ति को विसर्जित कर दिया गया।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) के अनुसार, शुक्रवार तड़के तीन बजे तक मुंबई में 37,599 से अधिक मूर्तियों का विसर्जन किया गया।

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जुहू समुद्र तट के पास बृहस्पतिवार शाम को 16 वर्षीय लड़का समुद्र में डूब गया।

ढोल-नगाड़ों और ‘गणपति बप्पा मोरया’ के जयकारों के बीच मुंबई के विभिन्न गणेश मंडलों ने 10 दिवसीय उत्सव के समापन पर भगवान गणेश की मूर्तियों को विसर्जित करने के लिए बृहस्पतिवार को विसर्जन यात्रा शुरू की।

अधिकारियों ने बताया कि लालबागचा राजा गणेश की मूर्ति की विसर्जन यात्रा पूर्वाह्न साढ़े 11 बजे शुरू हुई और इसे शुक्रवार सुबह करीब सवा नौ बजे गिरगांव चौपाटी के पास समुद्र में विसर्जित कर दिया गया।

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शुक्रवार तड़के तीन बजे तक विसर्जित की गई 37,599 मूर्तियों में से 31,322 घरेलू गणपति मूर्तियां, 5,840 ‘सार्वजनिक’ और 437 देवी गौरी की मूर्तियां थीं।

अधिकारियों ने बताया कि बीएमसी द्वारा स्थापित कृत्रिम तालाबों में 11,013 मूर्तियां विसर्जित की गई हैं जिनमें से 10,121 घरेलू गणपति मूर्तियां, 734 सार्वजनिक और 158 देवी गौरी की मूर्तियां थीं।

गणेशोत्सव मुंबई समेत महाराष्ट्र के कई हिस्सों में मनाए जाने वाले सबसे बड़े त्योहारों में से एक है। दस दिन के इस उत्सव के दौरान भगवान गणपति की मूर्तियों को घरों एवं पंडालों में स्थापित किया जाता है और उत्सव के समापन पर इनका विसर्जन किया जाता है। इस वर्ष गणेशोत्सव की शुरुआत 19 सितंबर को गणेश चतुर्थी से हुई और 28 सितंबर को अनंत चतुर्दशी के साथ इसका समापन हुआ।










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