पोर्न स्टार विवाद को लेकर अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दिया ये बड़ा बयान, जानिये क्या कहा
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 2016 में राष्ट्रपति पद के चुनाव से पहले अश्लील फिल्मों की एक अभिनेत्री (पोर्न स्टार) को मुंह बंद रखने के लिए धन देने के मामले में स्वयं को निर्दोष बताया और कहा कि उनका एकमात्र अपराध उन लोगों से देश की रक्षा करने की प्रतिबद्धता है, जो इसे नष्ट करना चाहते हैं।पढ़िये पूरी खबर डाइनामाइट न्यूज़ पर
न्यूयॉर्क/वाशिंगटन: अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 2016 में राष्ट्रपति पद के चुनाव से पहले अश्लील फिल्मों की एक अभिनेत्री (पोर्न स्टार) को मुंह बंद रखने के लिए धन देने के मामले में स्वयं को निर्दोष बताया और कहा कि उनका एकमात्र अपराध उन लोगों से देश की रक्षा करने की प्रतिबद्धता है, जो इसे नष्ट करना चाहते हैं।
इससे पहले, ट्रंप ने मंगलवार को मैनहट्टन की एक अदालत में पेशी के दौरान कारोबारी रिकॉर्ड में हेराफेरी करने संबंधी 34 संगीन आरोपों में खुद को निर्दोष बताया।
ट्रंप 2016 के राष्ट्रपति पद के चुनाव प्रचार के दौरान अश्लील फिल्मों की अभिनेत्री स्टार्मी डेनियल को मुंह बंद रखने के लिए धन देने के आरोपों से जुड़े आपराधिक मामले में सुनवाई के लिए मंगलवार को मैनहट्टन की अदालत में आत्मसमर्पण करने पहुंचे थे।
इससे पहले मैनहट्टन जिला अटॉर्नी के कार्यालय में उन्हें गिरफ्तार किया गया। अमेरिका के इतिहास में यह पहली बार हुआ है जब किसी पूर्व राष्ट्रपति को आपराधिक मामले में गिरफ्तार किया गया।
मामले में सुनवाई के बाद ट्रंप फ्लोरिडा स्थित मार-ए-लागो में अपने आवास पहुंचे, जहां उन्होंने करीब 25 मिनट के भाषण में पहले की गई अपनी बातों को दोहराया और कहा कि डेमोक्रेटिक पार्टी ने उनके खिलाफ साजिश रची है, ताकि उन्हें फिर से राष्ट्रपति पद का चुनाव लड़ने से रोका जा सके।
ट्रंप ने कहा कि उन्होंने ‘‘कभी नहीं सोचा था कि अमेरिका में ऐसा कुछ हो सकता है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मेरा एकमात्र अपराध यह है कि मैं इस देश को नष्ट करने की मंशा रखने वाले लोगों से हमारे देश की निडरता से रक्षा करने को लेकर प्रतिबद्ध हूं।’’
यह भी पढ़ें |
देश में लगातार बढ़ रहे है महिला के साथ अपराधो के मामले: एनसीआरबी
ट्रंप ने उन पर लगे आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि वह ‘‘फर्जी मामले में जांच का सामना कर रहे हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मैं साफ बताना चाहता हूं कि मैं निर्दोष हूं। मेरा एकमात्र अपराध यह है कि मैं उन लोगों से देश की रक्षा करने को लेकर प्रतिबद्ध हूं, जो इसे नष्ट करना चाहते हैं। हमने उच्च स्तर पर चुनाव में हस्तक्षेप होते देखा है।’’
ट्रंप ने कहा, ‘‘मैं आपको भरोसा दिलाना चाहता हूं कि मैं इससे अधिक दृढ़निश्चयी पहले कभी नहीं रहा, जितना मैं अभी हूं। वे मुझे हरा नहीं पाएंगे। वे मुझे तोड़ नहीं पाएंगे। वे इस देश की रक्षा करने के लिए लड़ने से मुझे नहीं रोक पाएंगे। वे मुझे फंसाने, बदनाम करने और मुझे नष्ट करने की जितनी अधिक कोशिश करते हैं, अपने मकसद को पूरा करने का मेरा संकल्प उतना ही दृढ़ होता है।’’
उन्होंने इस मामले की सुनवाई कर रहे न्यायाधीश जुआन एम. मर्चेन पर भी निशाना साधा और आरोप लगाया कि वह ‘‘ट्रंप से नफरत करने वाले न्यायाधीश हैं’’ और उनकी ‘‘पत्नी ट्रंप से नफरत करती हैं।’’
उन्होंने कहा कि उनकी ‘‘बेटी कमला (हैरिस) हाउस के लिए काम करती है और जिन्हें (अमेरिका के राष्ट्रपति जो) बाइडन-हैरिस प्रचार मुहिम के लिए धन मिलता है।’’
ट्रंप ने यह भाषण ऐसे समय में दिया, जब सुनवाई के दौरान न्यायाधीश ने उन पर इस मामले में सार्वजनिक तौर पर कुछ कहने से रोक नहीं लगाई, लेकिन उन्हें चेतावनी दी कि यदि पूर्व राष्ट्रपति ने इस मामले में बयानबाजी जारी रखी, तो बयान देने पर रोक नहीं लगाने के फैसले पर पुनर्विचार किया जा सकता है।
इससे पहले, ट्रंप ने ‘स्टेट सुप्रीम कोर्ट’ के न्यायाधीश जुआन एम. मर्चेन के सामने कारोबारी रिकॉर्ड में हेराफेरी करने संबंधी 34 आपराधिक आरोपों में खुद को निर्दोष बताया।
यह भी पढ़ें |
ओलांद का पेरिस संबंधी टिप्पणियों को लेकर ट्रंप पर पलटवार
ट्रंप के अदालत में पहुंचने से पहले वहां सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे। अदालत पहुंचने पर उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।
न्यायमूर्ति मर्चेन ने व्यवस्था दी कि अदालत कक्ष में टीवी कैमरों की अनुमति नहीं दी जाएगी।
गहरे नीले रंग का सूट और लाल टाई पहने ट्रंप अदालत में गए और उन्होंने न्यायाधीश के समक्ष दृढ़ आवाज में कहा, ‘‘मैं निर्दोष हूं।’’
वह लगभग पूरी सुनवाई में शांत बैठे रहे और आवश्यकता पड़ने पर ही बोले।
पूर्व राष्ट्रपति के खिलाफ सुनवाई के मद्देनजर पूरे न्यूयॉर्क में सुरक्षा कड़ी कर दी गई थी। खासतौर पर मैनहट्टन में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे, क्योंकि सैकड़ों की संख्या में ट्रंप समर्थक शहर में जमा हो गए थे।
व्हाइट हाउस ने न्यूयॉर्क में हो रहे घटनाक्रम पर टिप्पणी करने से बचते हुए कहा कि यह कानूनी मामला है।