Firozabad Blast: पटाखा गोदाम ब्लास्ट में 5 की मौत 11 घायल, रेस्कयू जारी

शिकोहाबाद के नौशहरा में धमाके के बाद दो घंटे तक चीखपुकार मच रही। मलबे में दबे अपनों को निकलवाने के लिए ग्रामीण पुलिसकर्मियों अधिकारियों से गुहार लगाते रहे। जेसीबी हाइड्रा और एंबुलेंस तक देर से पहुंचीं। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट

Post Published By: डीएन ब्यूरो
Updated : 17 September 2024, 1:26 PM IST
google-preferred

फिरोजाबाद: (Firozabad) थाना शिकोहाबाद (Police Station Shikohabad) क्षेत्र के गांव नौशेहरा में सोमवार रात घनी आबादी स्थित अवैध आतिशबाजी गोदाम (Firecrackers Werehouse)) में विस्फोट (Blast) के बाद जिला प्रशासन ने 11 घंटे बचाव अभियान चलाया।

इटावा से बुलाई गई राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ) की टीम भी रेस्क्यू में शामिल हुई। घटना में मृतकों की संख्या पांच और घायलोंं की संख्या 11 है। मामले में अभी प्राथमिकी नहीं लिखवाई गई है।

गोदाम में हुआ था ब्लास्ट

नौशेहरा निवासी चंद्रपाल कुशवाहा के मकान को शिकोहाबाद के मुहल्ला बुर्ज निवासी भूरे खान ने किराए पर लेकर आतिशबाजी का अवैध गोदाम चला रहा था। रात 10 बजे हुई विस्फोट की घटना में आधा दर्जन मकान ढह गए थे। पांच लोगों की मृत्यु और 11 लोग घायल हो गए। रात 12 बजे इटावा से एसडीआरएफ की टीम भी घटनास्थल पर पहुंची। 

रात में ही हुए शवों के पोस्टमार्टम

शिकोहाबाद के गांव नौशेहरा में हुई विस्फोट की घटना में दम तोड़ने वाले सभी पांचों शवों का पोस्टमार्टम मंगलवार सुबह आठ बजे तक करा कर नौशेहरा ले जाया गया। पोस्टमार्टम की शुरुआत रात दो बजे से हुई थी। रामलीला मैदान में सभी शव रखे।

गोदाम में हुए धमाके के बाद पहुंची टीम

पीड़ित को 50 लाख मुआवजा और सरकारी नौकरी की मांग

स्वजन प्रत्येक पीड़ित परिवार को 50-50 लाख रुपये की आर्थिक सहायता, एक-एक व्यक्ति को सरकारी नौकरी और मुख्यमंत्री को नौशेहरा में बुलाने की मांग कर रहे हैं। डीएम रमेश रंजन और एसएसपी सौरभ दीक्षित आक्रोशित लोगों को समझा रहे हैं।

एक और फैक्ट्री महज पांच सौ मीटर दूर

जिस गोदाम में विस्फोट हुआ। वहां से 500 मीटर की दूरी पर भूरे खां की पटाखा फैक्ट्री है। जिसे में देसी पटाखे बनाए जाते हैं। ग्रामीणों के अनुसार रुकनपुर निवासी नबी अब्दुल्ला इस फैक्ट्री में साझीदार है। घटना पंचायत सचिवालय के पास हुई। यहां आसपास कुशवाहा समाज के लोग रहते हैं। गोदाम के लिए मकान किराए पर देकर चंद्रपाल गांव के ही दूसरे हिस्से में बने दूसरे मकान में रहते हैं।