

फतेहपुर जनपद के हथगांव थाना क्षेत्र स्थित अखरी गांव में हुए बहुचर्चित ट्रिपल मर्डर केस में पुलिस ने मुख्य आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
फतेहपुर जिले के हथगांव थाना क्षेत्र के अखरी गांव में मंगलवार को हुए दिल दहला देने वाले तिहरे हत्याकांड के मुख्य आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। इस सनसनीखेज वारदात में पुरानी चुनावी रंजिश के चलते तीन लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। गुरुवार देर शाम पुलिस ने इस मामले में फरार चल रहे मुख्य आरोपी पूर्व ग्राम प्रधान सुरेश सिंह उर्फ मुन्ना सिंह (60) और उसके बेटे भूपेंद्र सिंह (34) को गिरफ्तार कर लिया।
क्या-क्या हुआ बरामद?
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, गिरफ्तारी के दौरान पुलिस ने आरोपियों के पास से दो अवैध तमंचे, कुछ कारतूस, दो मोबाइल फोन और 490 रुपये नकद बरामद किए हैं। यह कार्रवाई जहानाबाद थाना प्रभारी अमित सिंह और सुल्तानपुर घोष थाना प्रभारी राजेंद्र त्रिपाठी के नेतृत्व में की गई।
घटना की पृष्ठभूमि
मंगलवार को पूर्व प्रधान सुरेश सिंह ने पुरानी प्रधानी चुनाव की रंजिश को लेकर मौजूदा ग्राम प्रधान रामदुलारी के बेटों पप्पू सिंह, पिंकू सिंह और पौत्र अभय प्रताप सिंह पर अंधाधुंध फायरिंग कर दी। तीनों की मौके पर ही मौत हो गई, जिससे गांव में अफरा-तफरी मच गई।
अब तक कितने आरोपी गिरफ्तार हुए?
मृतक पिंकू सिंह की पत्नी मनीषा सिंह की तहरीर पर कुल छह लोगों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया था। बुधवार को पुलिस ने मुठभेड़ के दौरान दो अन्य आरोपियों पीयूष सिंह और सज्जन सिंह को घायल अवस्था में गिरफ्तार कर लिया। इससे पहले पुलिस ने दो और आरोपियों को गिरफ्तार किया था। अब इस मामले के सभी आरोपी पुलिस की हिरासत में हैं।
गांव में सन्नाटा और भारी सुरक्षा व्यवस्था
घटना के बाद अखरी गांव में भय और तनाव का माहौल है। किसी भी अप्रिय स्थिति से बचने के लिए गांव में पीएसी (प्रांतीय सशस्त्र बल) और भारी पुलिस बल तैनात किया गया है। अपर पुलिस अधीक्षक विजय शंकर मिश्रा ने बताया कि इलाके में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए चौकसी बढ़ा दी गई है। आरोपियों के घरों पर ताले लगे हैं और गांव में सन्नाटा पसरा हुआ है।
पुलिस की कड़ी चौकसी
पुलिस अब आरोपियों से पूछताछ कर हत्या की पूरी साजिश और इसके पीछे की गहरी रंजिश की जांच कर रही है। इस हाई-प्रोफाइल मामले को लेकर पूरे जिले में चर्चा है और पुलिस भी इसे लेकर किसी तरह की लापरवाही नहीं बरतना चाहती।