यूपी के वीर शहीद त्रिवेद प्रकाश को नम आंखों से अंतिम विदाई, उमड़ी भारी भीड़, भारत माता के जयकारों से गूंजा फतेहपुर

डीएन संवाददाता

जम्मू-कश्मीर सीमा पर दुश्मन की नापाक हरकतों का मुंह तोड़ जबाव देते हुए शहीद हुए त्रिवेद प्रकाश को आज फतेहुपर में नम आंखों से अंतिम विदायी दी गई। पढिये डाइनामाइट न्यूज की पूरी रिपोर्ट



फतेहुपर: जम्मू-कश्मीर सीमा पर दुश्मन की नापाक हरकतों का मुंह तोड़ जबाव देते हुए देश के लिये शहीद हुए त्रिवेद प्रकाश को आज फतेहुपर में नम आंखों से अंतिम विदायी दी गई। इस मौके पर यहां आलाअधिकारियों, राजनेताओं, जनप्रतिनिधियों समेत आम लोगों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी। हर कोई शहीद सैनिक के अंतिम दर्शन को बैचेन दिखा। त्रिवेद प्रकाश का पार्थिव शरीर बीती रात यहां पहुंचा, जिसके बाद पूरे क्षेत्र के लोग वीर सैनिक के अंतिम दर्शन और श्रद्धांजलि देने के लिये उमड़ पड़े। पूरे राजकीय सम्मान के साथ शहीद का अंतिम संस्कार किया गया। 

शहीद जवान त्रिवेद प्रकाश का पार्थिव शरीर जैसे ही उनके पैतृक गांव नंदापुर पहुंचा, वहां लोगों की भीड़ उमड़ने लगी। तिरंगे से लिपटे शहीद के पार्थिव शरीर को जब सैनिकों ने सेना की गाड़ी से नीचे उतारा तो परिवार और गांव में कोहराम मच गया। इस दौरान हर किसी की आंखे नम हो गई। हर कोई शहीद जवान त्रिवेद प्रकाश के अंतिम दर्शन करने को बेताब हो उठा। 

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बड़ी संख्या में अधिकारियों, नेताओं और आम लोगों के मौजूदगी में त्रिवेद की अंतिम यात्रा निकली, पूरा क्षेत्र भारत माता और बंदे मातरम के जयकारों से गूंज उठा। जवान की शव यात्रा में लोग भारत माता की जय, त्रिवेद प्रकाश अमर रहे, पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे लगाते रहे। वीर जवान के पार्थिव शरीर का पूरे राजकीय सम्मान और सलामी के साथ अंतिम संस्कार किया गया।  इस मौके पर प्रदेश सरकार के कारागार राज्यमंत्री जय कुमार जैकी समेत कई नेता, पुलिस-प्रशासन के लोग भी इस मौके पर मौजूद रहे। 

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बिंदकी तहसील के नंदापुर गाँव निवासी त्रिवेद वर्ष 2015 में सेना में भर्ती हुए थे। वह जम्मू कश्मीर के कुपवाड़ा में 332 मीडियम रेजिमेंट 6RR डेल्टा कंपनी में तैनात थे। पाकिस्तान की नाकाम हरकत का मुंहतोड़ जवाब देते वक्त शहीद होने की सूचना मिलने के बाद त्रिवेद के गांव-क्षेत्र और पूरे परिवार में सन्नाटा पसर गया था और उनके पार्थिव शरीर का इंतजार किया जा रहा था। 










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