फतेहपुर के लोगों में यूपी के बजट से क्यों छाई निराशा, जानिये ये बड़ी वजह
उत्तर प्रदेश की योगी आदित्य नाथ की सरकार गुरुवार को बजट पेश किया, जिसमे फतेहपुर के लोगों में भारी निराशा है। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट

फतेहपुर: जिले को इस बार के बजट में कोई बड़ी सौगात नहीं मिली। जिले की छह विधानसभा सीटों में से तीन पर भाजपा और एक पर अपना दल का विधायक होने के बावजूद विकास कार्यों को लेकर कोई नई घोषणा नहीं हुई। जिला पंचायत अध्यक्ष और एमएलसी भी भाजपा से हैं, फिर भी जिले को खास कुछ नहीं मिला।
स्थानीय लोग और अधिवक्ता समाज में नाराजगी
शहर के अधिवक्ता प्रमोद उपाध्याय ने कहा कि बजट में अधिवक्ता समाज के लिए कोई विशेष प्रावधान नहीं किया गया। वहीं, गंगा कटरी क्षेत्र के प्रकाश झा ने बताया कि भाजपा सरकार और क्षेत्र से दो बार भाजपा विधायक होने के बावजूद रोजगार को लेकर कोई नई उम्मीद पूरी नहीं हुई।
यह भी पढ़ें |
वृद्ध महिला की जमीन पर जबरन कब्जा, एसपी से महिला ने लगाई गुहार
पिछले बजट में मिली थी कुछ सौगातें
स्थानीय लोगों ने याद किया कि जब साध्वी निरंजन ज्योति भाजपा से सांसद और केंद्रीय मंत्री थीं, तब जिले को मेडिकल कॉलेज और केंद्रीय विद्यालय जैसी सौगातें मिली थीं। लेकिन इस बार कोई बड़ी परियोजना नहीं मिली।
जिले की जनता को थी विकास कार्यों की उम्मीद
समाजवादी पार्टी के सांसद नरेश उमराव, सदर विधायक चंद्र प्रकाश लोधी और हुसैनगंज विधायक उषा मौर्या ने कहा कि चूंकि उनकी सरकार सत्ता में नहीं है, इसलिए जिले के लिए कोई खास घोषणा नहीं हुई। जिले की जनता को सड़क, बिजली, पानी और रोजगार से जुड़ी उम्मीदें थीं, लेकिन इस बजट में कोई नई घोषणा नहीं की गई।
यह भी पढ़ें |
Fatehpur News: नोनारा ग्राम प्रधान उपचुनाव में आया ये दिलचस्प मोड़
सीएम ने चीनी मिल देने का किया था वादा
किसानों का संगठन लंबे समय से फतेहपुर जिले में चीनी मिल की मांग कर रहा है। भारतीय किसान यूनियन (अराजनैतिक) के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजेश सिंह चौहान ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक साल पहले जिले को चीनी मिल देने का वादा किया था, लेकिन इस बजट में इसका कोई जिक्र नहीं किया गया।