महराजगंज के किसान के बेटे की कहानी: विदेश से पढ़ाई के बाद अब भारत में बनेगा डाक्टर

बहुत से लोग डाक्टर बनना चाहते हैं लेकिन देश के मेडिकल कालेज में दाखिला नहीं हो पाने से रुस मेडिकल की पढ़ाई करने चले जाते हैं, वजह वहां आसानी से एडमिशन। पढें डाइनामाइट न्यूज की खास रिपोर्ट

Post Published By: डीएन ब्यूरो
Updated : 12 February 2024, 12:02 PM IST
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महराजगंजः जनपद के ग्राम परसा गिदही निवासी राकेश पाण्डेय खेती किसानी करते हैं। इनके पुत्र अतुल कुमार पाण्डेय ने नेशनल मेडिकल कमीशन (National Medical Commission) की परीक्षा प्रथम प्रयास में पास कर माता-पिता, गुरूओं के साथ ही जिले का नाम भी गौरान्वित किया है।

अतुल ने डाइनामाइट न्यूज से बातचीत करते हुए बताया कि पिता एवं गुरूओं की मेहनत रंग लाई। इस बात की मुझे खुशी है। 

क्या कहते हैं पिता
अतुल के पिता राकेश पाण्डेय ने बताया कि आर्थिक अभाव के कारण हमारी शिक्षा पोस्ट ग्रेजुएट तक हो पाई तो हमने अपना सपना बच्चों के सहारे पूरा करने का संकल्प लिया आज यह साकार रूप ले रहा है। 

डाइनामाइट न्यूज़ के दफ्तर पहुंचे अतुल के पिता

यहां-यहां रही अतुल की शिक्षा
अतुल कुमार पाण्डेय की प्रारंभिक शिक्षा गुरूकुल महराजगंज, दीनदयाल इंटर काॅलेज, चोखराज इंटर काॅलेज सिसवा से इंटर करने के बाद रूस के किरगिस्तान के एशियन मेडिकल काॅलेज से इन्होंने एमबीबीएस एमडी की उपाधि हासिल की।

इसके बाद दिल्ली जाकर इन्होंने स्क्रिइंग टेस्ट की तैयारी करनी प्रारंभ की और पहले ही प्रयास में इन्हें सफलता हासिल हुई।