योगी और मायावती पर चुनाव आयोग का सख्त कदम, प्रचार पर लगी रोक
आचार संहिता के उल्लंघन के मामले में चुनाव आयोग ने सख्त कदम उठाया है। चुनाव आयोग ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख मायावती के प्रचार करने पर रोक लगा दी है।
नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव 2019 के प्रचार के दौरान मुस्लिमों को एक पक्ष में वोट करने की अपील मायावती को भारी पड़ गई। वहीं योगी को भी इसके जवाब में कही टिप्पणी पर चुनाव आयोग ने शिकंजा कसा है। चुनाव आयोग ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर 72 घंटे और बसपा सुप्रीमो मायावती पर 48 घंटे प्रचार करने पर प्रतिबंध लगा दिया है।
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अब योगी आदित्यनाथ और मायावती प्रतिबंधित समय में न ही कोई रैली कर पाएंगे और न ही सोशल मीडिया का इस्तेमाल कर सकेंगे। चुनाव आयोग के इस प्रतिबंध का समय मंगलवार सुबह 6 बजे से शुरु होगा। इस फैसले से स्पष्ट हो गया है कि योगी आदित्यनाथ 16, 17 और 18 वहीं मायावती 16 और 17 अप्रैल चुनाव प्रचार नहीं कर सकेंगी।
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चुनाव आयोग का यह काफी कड़ा कदम है। इन बिन्दुओं से समझें कहां कहां लागू होगा निर्वाचन आयोग का यह नियम।
- नहीं कर सकेंगे कोई चुनावी सभा।
- किसी टीवी को नहीं दे पाएंगे साक्षात्कार।
- चुनाव को प्रभावित करने वाला कोई ट्वीट नहीं करने पर प्रतिबंध।
- सार्वजनिक कार्यक्रम में शामिल होने पर रोक।
- किसी तरह का कोई भी रोड शो पर प्रतिबंध।
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वहीं इन धार्मिक बयानबाजियों से जुड़ी एक याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को सुनवाई की। सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई करते हुए निर्वाचन आयोग से पूछा कि आचार संहिता का उल्लंघन करने वाले इन बयानों पर क्या कार्रवाई की है।