

आज पूरे देश में ईद-ए-मिलाद-उन-नबी या ईद-ए-मिलाद मनाया जा रहा है। ईद-ए-मिलाद को मुस्लिम समुदाय के लोग पैगंबर मोहम्मद की जन्मदिन के रुप में मनाते हैं। डाइनामाइट न्यूज़ की इस रिपोर्ट में पढ़ें क्या है इसका महत्व और इतिहास।
नई दिल्ली: आज पूरे देश में ईद-ए-मिलाद-उन-नबी या ईद-ए-मिलाद का त्योहार मनाया जा रहा है। ईद-ए-मिलाद को मुस्लिम समुदाय के लोग पैगंबर मोहम्मद के जन्मदिन के रुप में मनाते हैं।
इस्लामिक कैलेंडर के मुताबिक तीसरे महीने यानी रबी-उल- अव्वल की 12 तारीख को पैगंबर हजरत मोहम्मद साहब का जन्म हुआ था। इस दिन को ईद मिलाद उन नबी जिसे ईद-ए- मिलाद के नाम से जाना जाता है। सभी मुसलिम समुदाय के लोग इस त्योहार को मनाते हैं।
सबसे पहले मिस्र में मनाया गया था ईद-ए-मिलाद
मोहम्मद साहब की याद में मुस्लिम सुमदाय के लोग जुलुस भी निकलते हैं लेकिन इस बार कोरोना माहामारी की वजह से इसका आयोजन नहीं किया जा सकेंगा। बता दें कि ईद-ए-मिलाद ग्यारहवीं शताब्दी के दौरान लोकप्रिय हुआ था, इसे सबसे पहले मिस्र में मनाया गया था।
Best wishes on Milad-un-Nabi. Hope this day furthers compassion and brotherhood all across. May everybody be healthy and happy. Eid Mubarak!
— Narendra Modi (@narendramodi) October 30, 2020
पीएम मोदी ने ट्वीट कर दी बधाई
इस मौके पर पीएम मोदी ने ट्वीट कर बधाई दी हैं। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा 'मिलाद-उन-नबी की शुभकामनाएं. आशा है कि सभी में करुणा और भाईचारा कायम रहे।सब लोग स्वस्थ और प्रसन्न रहें। ईद मुबारक!'
No related posts found.