

सिसवा क्षेत्र में आग लगने से बांस की कोठी जल गया है जानिए डाइनामाइट न्यूज़ पर पूरी खबर
उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर में एक शख्स ने अपने चार बच्चों की हत्या के बाद आत्महत्या कर ली। घटना से गांव में सनसनी मच गई। डाइनामाइट अलर्ट के इस एपीसोड में देखिये पारिवारिक हत्याकांड के पीछे के राज़
महराजगंज जिले के सिसवा कस्बे के वार्ड नंबर 15 कबीर नगर के कोठीबहार मोहल्ले में मंगलवार को अचानक आग लगने से अफरा-तफरी मच गई। आग लगने का कारण फिलहाल अज्ञात है, लेकिन इस हादसे में दो बांस की झोपड़ी और आठ आम के पेड़ पूरी तरह जलकर राख हो गए।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक, प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार घटना दोपहर में उस समय हुई जब बगीचे में रखे सूखे गन्ने के पत्तों में अचानक आग लग गई। तेज गर्मी और हवा के कारण आग ने देखते ही देखते विकराल रूप धारण कर लिया और वहां लगे बांस और आम के पेड़ों को अपनी चपेट में ले लिया। आग की लपटें इतनी तेज थीं कि चंद मिनटों में पूरा बगीचा धुएं और लपटों से घिर गया।
स्थानीय लोगों ने जैसे ही आग की लपटें देखीं, उन्होंने तुरंत फायर ब्रिगेड को सूचना दी और खुद भी आग बुझाने की कोशिश में जुट गए। कुछ ही देर में फायर सर्विस की गाड़ियां मौके पर पहुंच गईं। स्थानीय लोगों और दमकल कर्मियों ने करीब एक घंटे तक कड़ी मशक्कत की, तब जाकर आग पर काबू पाया जा सका। इस दौरान पंपिंग सेट और अन्य संसाधनों का भी इस्तेमाल किया गया। गनीमत रही कि आग रिहायशी इलाकों तक नहीं पहुंची, वरना जान-माल का बड़ा नुकसान हो सकता था।
समय रहते आग पर काबू पा लेने से बड़ा हादसा टल गया। घटना में कोई जनहानि नहीं हुई है, लेकिन बागवानी को भारी नुकसान हुआ है। स्थानीय प्रशासन ने आग की जांच के आदेश दे दिए हैं और आग लगने के संभावित कारणों की जांच की जा रही है। यह भी देखा जा रहा है कि यह हादसा लापरवाही या किसी मानवीय भूल के कारण हुआ है। ग्रामीणों की सूझबूझ और दमकल कर्मियों की तत्परता के कारण इस आग को ज्यादा फैलने से रोका गया, लेकिन यह घटना इस बात की चेतावनी भी है कि इस गर्मी के मौसम में किसी भी तरह की लापरवाही महंगी पड़ सकती है। अधिकारियों ने लोगों से अपील की है कि वे आग जैसी घटनाओं से बचने के लिए सतर्क रहें और किसी भी संदिग्ध स्थिति में तुरंत प्रशासन को सूचित करें।