डीयू की पटेल चेस्ट इंस्टीट्यूट का मल्टीस्पेशलियटी अस्पताल के रूप में विस्तार करने की योजना
दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) के कुलपति योगेश सिंह ने बृहस्पतिवार को कहा कि डीयू वल्लभभाई पटेल चेस्ट इंस्टीट्यूट (वीपीसीआई) को मल्टीस्पेशलियटी (बहु विशेषज्ञता वाले) अस्पताल के रूप में विस्तार करने की योजना बना रहा है। पढ़िये पूरी खबर डाइनामाइट न्यूज़ पर
नयी दिल्ली: दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) के कुलपति योगेश सिंह ने बृहस्पतिवार को कहा कि डीयू वल्लभभाई पटेल चेस्ट इंस्टीट्यूट (वीपीसीआई) को मल्टीस्पेशलियटी (बहु विशेषज्ञता वाले) अस्पताल के रूप में विस्तार करने की योजना बना रहा है।
पटेल चेस्ट इंस्टीट्यूट ने भारत सरकार के पास उसे एक पूर्ण चिकित्सा महाविद्यालय के रूप परिवर्तित करने का प्रस्ताव भेजा है। इस इंस्टीट्यूट की स्थापना 1950 के दशक में की गयी थी।
सिंह ने कहा, ‘‘ हमारे पास पटेल चेस्ट इंस्टीट्यूट है। हम इसे एक संपूर्ण चिकित्सा महाविद्यालय बनाने की आशा करते हैं, इसलिए पटेल चेस्ट इंस्टीट्यूट ने भारत सरकार को एक पत्र लिखा है। फिलहाल यह एक ही विशिष्टता वाला अस्पताल है। यदि हम उसमें और विषयों को शामिल कर पायें तो हम आने वाले दिनों में एक मल्टीस्पेशलियटी अस्पताल खोलेंगे।’’
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वीपीसीआई एक स्नातोकोत्तर चिकित्सा संस्थान है तथा यह अनुसंधान, अध्यापन एवं छाती रोगों के रोगियों की देखभाल के प्रति समर्पित है।
इसका संचालन दिल्ली विश्वविद्यालय के हाथों में है तथा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय इसका पूरा वित्तपोषण करता है।
यह संस्थान दिल्ली विश्वविद्यालय के मुख्य परिसर में स्थित है और जरूरी अकादमिक परिवेश प्रदान करता है।
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वर्ष 1946 में तत्कालीन कुलपति द्वारा गठित समिति ने एक चेस्ट इस्टीट्यूट की स्थापना की सिफारिश की थी। उसी अनुसार कुलपति द्वारा एक प्रस्ताव तैयार कर उसे सरकार को सौंपा गया। तत्कालीन उप प्रधानमंत्री सरदार वल्लभभाई पटेल ने छह अप्रैल, 1949 को इस संस्थान की आधारशिला रखी।
तत्कालीन स्वास्थ्य मंत्री राजकुमारी अमृत कौर ने 12 जनवरी, 1953 को औपचारिक रूप से इस संस्थान का उद्घाटन किया और डॉ आर विश्वनाथन वीपीसीआई के पहले निदेशक बने।