DN Exclusive: एमएलसी-डीएम विवाद विधान परिषद में गूंजा, गोरखपुर के कमिश्नर की रिपोर्ट तय करेगी महराजगंज के जिलाधिकारी का भविष्य

डीएन ब्यूरो

भाजपा एमएलसी देवेन्द्र प्रताप सिंह और महराजगंज के जिलाधिकारी सत्येन्द्र कुमार झा के बीच फोन पर हुई बातचीत के मामले ने तूल पकड़ लिया है। विधान परिषद के सभापति कुंवर मानवेन्द्र प्रताप सिंह ने समूचे मामले की रिपोर्ट गोरखपुर के मंडलायुक्त से तलब की है, यही रिपोर्ट डीएम के आगे का भविष्य तय करने में अहम रोल निभायेगी। डाइनामाइट न्यूज़ एक्सक्लूसिव:

गोरखपुर के मंडलायुक्त की रिपोर्ट निभायेगी अहम रोल
गोरखपुर के मंडलायुक्त की रिपोर्ट निभायेगी अहम रोल


लखनऊ: नयी सरकार के गठन के बाद पहली बार नयी विधानसभा का नया सत्र प्रारंभ हुआ और शुरुआत में ही महराजगंज के जिलाधिकारी प्रदेश भर में चर्चित हो गये। मामला भाजपा के एक वरिष्ठ एमएलसी से जुड़ा है। 

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ एमएलसी देवेन्द्र प्रताप सिंह (Devendra Pratap Singh) ने पिछले सप्ताह महराजगंज के जिलाधिकारी सत्येन्द्र कुमार झा (Satyendra Kumar Jha) को फोन किया और कहा कि "क्षेत्र पंचायतों से पारित किए जाने वाले तमाम प्रस्तावों के मामले में किसी के साथ भेदभाव नहीं किया जाना चाहिए" एमएलसी का आरोप है कि इतना सुनते ही जिलाधिकारी भड़क गये और चीखने-चिल्लाने लगे, तल्ख अंदाज में डीएम ने उनकी आवाज दबाने का प्रयास किया। 

सदन में गूंजा महराजगंज के जिलाधिकारी का मामला 

उक्त प्रकरण मंगलवार को एमएलसी देवेंद्र प्रताप सिंह ने नियम 223 के तहत विशेषाधिकार नोटिस के जरिये जब सदन में उठाया तो हंगामा मच गया, विधान परिषद में यह मामला काफी जोर-शोर से गूंजा और सत्ता पक्ष के अलावा विपक्षी सदस्यों ने जिलाधिकारी के खिलाफ सख्त कार्यवाही की मांग को लेकर काफी देर तक हंगामा किया। 

सभापति ने दिया राज्य सरकार को निर्देश
एमएलसी की बातों को सुनने के बाद उत्तर प्रदेश विधान परिषद के सभापति कुंवर मानवेंद्र सिंह काफी गंभीर दिखे। उन्होंने राज्य सरकार को आदेश दिया कि "महराजगंज के जिलाधिकारी सत्येन्द्र कुमार झा को जनप्रतिनिधियों से शिष्ट तरीके से बात करने की सख्त हिदायत दी जाय, साथ ही माननीय सदस्य को जो कष्ट पहुंचा है, वह कष्ट दोबारा न हो, इसका ध्यान रखें"

इस पर देवेंद्र प्रताप सिंह ने सभापति से अनुरोध किया कि महराजगंज के जिलाधिकारी ने पूरे सदन का अपमान किया है और अगर आज हम कठोर कार्यवाही नहीं करेंगे तो कल यह अधिकारी अराजकता फैला देगा। इस पर सभापति कुंवर मानवेन्द्र प्रताप सिंह ने फिर कहा कि 'जो आवश्यक कदम होगा, उसे उठाया जाएगा। सरकार को निर्देश दिए गए हैं, उसके अतिरिक्त भी जो करना होगा, किया जाएगा।'

गोरखपुर मंडल के आयुक्त से मांगी गई रिपोर्ट
उत्तर प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री, भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश विधान परिषद में नेता सदन स्वतंत्र देव सिंह ने बताया कि "इस मामले में गोरखपुर मंडलायुक्त से रिपोर्ट मांगी गई है और सरकार इस मामले को उच्च प्राथमिकता पर देखेगी"

सपा एमएलसी और नेता प्रतिपक्ष ने कहा- सदन तलब करे डीएम को
समाजवादी पार्टी के MLC और नेता प्रतिपक्ष संजय लाठर ने मामले को बेहद गंभीर करार देते हुए इसे सदन के सदस्यों के विशेषाधिकार के खिलाफ बताया। उन्होंने सभापति से अनुरोध किया कि "पुरानी व्यवस्था के अनुरूप ऐसे अधिकारी को तलब करके इस सदन को न्यायालय के रूप में परिवर्तित करके सख्त कार्यवाही की जाये"।

अन्य दलों के नेताओं ने भी घेरा 
कांग्रेस MLC दीपक सिंह, बसपा MLC भीमराव आंबेडकर, शिक्षक दल के सुरेश कुमार त्रिपाठी व ध्रुव कुमार त्रिपाठी और निर्दलीय समूह के राज बहादुर सिंह चंदेल ने अपना पक्ष रखते हुए कहा कि जैसा कि सदन की स्थापित परंपरा रही है कि ऐसे अधिकारी को तलब करके कटघरे में सवाल-जवाब करने के बाद पीठ निर्णय लेती है, इस मामले में भी ऐसा ही कदम उठाया जाना चाहिए। 

भाजपा एमएलसी देवेन्द्र प्रताप सिंह का पक्ष
डाइनामाइट न्यूज़ ने समूचे प्रकरण पर भाजपा एमएलसी देवेन्द्र प्रताप सिंह से बात की तो उन्होंने कहा कि "जिलाधिकारी का यह आचरण लोकतंत्र की मूल भावना के खिलाफ है, यदि जिलाधिकारी स्तर का कोई जिम्मेदार अधिकारी जनप्रतिनिधियों से गुंडे-माफियाओं की तरह बात करेगा तो किसी भी दशा में यह स्वीकार्य नहीं किया जायेगा" उन्होंने कहा कि "अभद्र तरीके से बात करके आरोपी अधिकारी ने विधायिका के विशेषाधिकार का हनन किया है, लिहाजा सभापति महोदय से आग्रह है कि वह आरोपी अधिकारी को सदन में बुलाएं और सदन को कुछ देर के लिए न्यायालय में परिवर्तित कर जिलाधिकारी को कठघरे में खड़ा कर उनसे सवाल जवाब किया जाए"

महराजगंज के जिलाधिकारी सत्येन्द्र कुमार झा ने ये कहा
जब सारे मामले पर डीएम सत्येन्द्र कुमार झा से डाइनामाइट न्यूज़ द्वारा बात की गयी तो उन्होंने कहा कि "हमारी तरफ से इस पर कोई कमेंट नहीं है"

भाजपा के क्षेत्रीय अध्यक्ष धर्मेन्द्र सिंह से भी भिड़ चुके हैं डीएम
डाइनामाइट न्यूज़ को अंदरखाने से मिली जानकारी के मुताबिक बात भाजपा के जनविश्वास यात्रा के दौर की है, तब भारतीय जनता पार्टी के क्षेत्रीय अध्यक्ष धर्मेन्द्र सिंह ने जिलाधिकारी सत्येन्द्र कुमार झा को फोन कर कार्यकर्ताओं से जुड़ी कुछ समस्याएं बतायी थीं, तब डीएम हत्थे से उखड़ गये थे और फोन पर काफी वाद-विवाद हुआ था। अब एमएलसी विवाद के बाद पुराने मामले को भी संगठनात्मक स्तर पर लखनऊ तक सक्रिय कर दिया गया है। 

उल्लेखनीय है कि सत्येन्द्र कुमार झा 2013 बैच के आईएएस अधिकारी हैं। ये मूल रुप से बिहार के मधुबनी जिले के रहने वाले हैं। 










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