DN Exclusive: डीटीसी बसों में ड्राइवरों का तेज संगीत दे रहा दुर्घटनाओं को दावत, यात्रियों को भारी परेशानी
देश की राजधानी दिल्ली में चलने वाली डीटीसी और क्लस्टर बसों में ड्राइवर और कंडक्टर द्वारा तेज संगीत बजाना आम बात होती जा रही है। इस मामले को लेकर डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता ने बसों में सफर कर इस मामले की पड़ताल की तो कई चौकाने वाले तथ्य सामने आय़। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की ये खास रिपोर्ट
नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली की अनेक डीटीसी व क्लस्टर बसों में ड्राइवर और कंडक्टर को भी तेज संगीत बजाते हुए आसानी से देखा जा हैं। इन गीतों में अभद्र गाने भी शामिल होतें हैं, जिससे यात्रियों खासकर महिलाओं को बहुत शर्मिंदगी होती है। ड्राइवर और कंडक्टर द्वारा चलती बसों में संगीत बजाना सड़क दुर्घटनाओं को भी दावत दे रहा है।
सूत्रों के अनुसार कई बार यात्रियों द्वारा डीटीसी के अधिकारियों को इसके बारे में भी कई शिकायतें भेजी जाती हैं। यहां तक कि मीडिया भी बीच-बीच में इस मुद्दे को उठाता रहता है। लेकिन यात्रियों को इस परेशानी से बचाने के लिए अधिकारियों द्वारा भी कोई ठोस कदम नहीं उठाये जाते हैं और न ही ऐसे ड्राइवर-कंडक्टरों पर कार्रवाई की जाती है।
बसों में ड्राइवरों द्वारा तेज संगीत बजाने के बारे में सीधी और सटीक जानकारी प्राप्त करने के लिए, डाइनामाइट न्यूज (डीएन) ने अपने एक सिटी रिपोर्टर को कुछ डीटीसी/क्लस्टर बसों में यात्रा करने और इसकी वास्तविकता की जांच करने के लिए भेजा।
21 दिसंबर को डाइनामाइट न्यूज़ रिपोर्टर ने 4 डीटीसी/क्लस्टर बसों में यात्रा की और आश्चर्य की बात ये है कि इन 4 बसों में से 3 बसों में ड्राइवर तेज संगीत बजा रहे थे।
पूरा विवरण इस प्रकार हैं:
1. रिपोर्टर द्वारा ली गई पहली बस
थाना करोल बाग़: सुबह 10.10 बजे
रूट नंबर: 309
बस संख्या: DL1PC 9071
इस बस में ड्राइवर बेहद तेज म्यूजिक बजा रहा था और उसने सीट बेल्ट भी नहीं लगाई थी। इससे भी ज्यादा हैरानी की बात यह थी कि मार्शल, जो एक महिला थी, ड्राइवर के पास खड़े होकर संगीत बंद करने के लिए कहने के बजाय गाने का आनंद ले रही थी।
2. रिपोर्टर झंडेवालान में इस बस से उतरी और दूसरी बस में सवार हुई
झंडेवालान : सुबह 10.30 बजे
रूट नंबर: 953
बस संख्या: DL1PD 6022
यहां भी ड्राइवर काफी तेज म्यूजिक बजा रहा था। इसके अलावा जब बस पहाड़गंज रेड लाइट पर रुकी, तो चालक बस से उतर कर, बाहर चला गया और धूम्रपान करने लगा। यात्री हैरान-परेशान थे। रिपोर्टर अजमेरी गेट पर इस बस से उतर गया।
3. रिपोर्टर अजमेरी गेट से अगली बस में चढ़ी। गनीमत रही कि इस बस में म्यूजिक नहीं बज रहा था और ये अच्छा सफर रहा।
4. रिपोर्टर इस बस से खालसा कॉलेज, डीबी रोड पर उतरी और दूसरी बस में सवार हो गई।
खालसा कॉलेज, डीबी रोड: सुबह 11.55 बजे
रूट नंबर: 318
बस संख्या: DL1PD 6180
इस बस में भी ड्राइवर तेज म्यूजिक बजा रहा था। इतना ही नहीं वह गीत के साथ गा भी रहा था और बीच-बीच में सीटी बजाकर बैठे-बैठे डांस भी कर रहा था। चेहरे पर गोगल्स लगाए वह केवल एक हाथ से गाड़ी चला रहा था; दूसरे में उसने अपना मोबाइल पकड़ा हुआ था। यह ड्राइवर 'गली का गुंडे' की तरह व्यवहार कर रहा था।
क्या यह सही समय नहीं है कि संबंधित अधिकारीगण इसका संज्ञान लें, इन अनियंत्रित चालकों पर अंकुश लगाएं और इस तरह के 'मजनू' ड्राइवरों से यात्रियों को बचाये?