DN Exclusive: शिवम त्रिपाठी गाड़ी कांड में बहुत बड़ा खुलासा, लग्जरी कार नहीं है विधायक की

शिवेंद्र चतुर्वेदी

महराजगंज जिले के सोनौली कस्बे में कोतवाल द्वारा मंगलवार रात सीज की गयी महंगी लग्जरी गाड़ी कांड में डाइनामाइट न्यूज़ पर खबर प्रकाशित होने के बाद चारों तरफ हड़कंप मच गया। अब सारे मामले में एक नया मोड़ आ गया है। एक्सक्लूसिव रिपोर्ट:

शिवम त्रिपाठी गाड़ी कांड में बड़ा खुलासा
शिवम त्रिपाठी गाड़ी कांड में बड़ा खुलासा


सोनौली (महराजगंज): फर्जी रुआब झाड़ने के चक्कर में सोनौली नगर पंचायत के चेयरमैन पुत्र शिवम त्रिपाठी बुरी तरह घिरते जा रहे हैं। गाड़ी कांड में इस वक्त एक बड़ा खुलासा डाइनामाइट न्यूज़ कर रहा है। 

मामले में एक के बाद नयी परतें खुल रही हैं। भौकाल टाइट करने के लिए अनाधिकृत तौर पर उत्तर प्रदेश शासन का स्टिकर लगी नंबर प्लेट इस्तेमाल करते हुए मंगलवार शाम शिवम त्रिपाठी को सोनौली कोतवाल महेन्द्र यादव ने उस वक्त पकड़ लिया जब वे खुद इंडेवर गाड़ी संख्या UP 32 KB 9600 पर सवार हो थाने पर पहुंचे। पुलिस ने चोरी छिपे खाद की तस्करी करने वाले दो लोगों को पकड़ा था इसके बाद शिवम इनको थाने से छुड़ाने के लिए कोतवाली पहुंच गया। फर्जीवाड़े की बात जान कोतवाल ने गाड़ी को एमवी एक्ट में सीज कर दिया। जब इसका भंड़ाफोड़ डाइनामाइट न्यूज़ पर हुआ तो चारों ओर हड़कंप मच गया। 

पुलिस ने अभी तक शिवम त्रिपाठी के खिलाफ एफआईआऱ क्यों नहीं दर्ज की, इस बात को लेकर पुलिसिया कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े हो रहे थे इसी बीच पता चला कि जिस लग्जरी इंडेवर गाड़ी संख्या UP 32 KB 9600 को शिवम इस्तेमाल कर थाने पहुंचा था वह शिवम या इसके परिवार के नाम से है ही नहीं, परिवहन विभाग के रिकार्ड में यह गाड़ी लखनऊ में रजिस्टर्ड है और इसके मालिक का नाम शीलवंत सिंह है। 

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इससे भी बड़ी हैरानी की बात यह है कि इस गाड़ी पर फरेन्दा के विधायक वीरेन्द्र चौधरी के नाम से उत्तर प्रदेश के विधान सभा का पास जारी कराया गया है। इससे संबंधित एक चिट्ठी डाइनामाइट न्यूज़ के हाथ लगी है। विधायक ने 22 जुलाई को एक पत्र प्रमुख सचिव विधान सभा को इस गाड़ी पर पास जारी कराने के लिए लिखा गया था।

 

जब सारे मामले पर डाइनामाइट न्यूज़ ने विधायक वीरेन्द्र चौधरी से बात की तो उन्होंने यह स्वीकार किया कि पारिवारिक संबंध के आधार पर शिवम के कहने पर गाड़ी का पास बनवा दिया। 

इधर शिवम त्रिपाठी ने डाइनामाइट न्यूज़ को सफाई देते हुए कहा कि गाड़ी मेरी नही है लखनऊ के मेरे मित्र की है। जनता के काम से मुझे लखनऊ आना जाना होता है इसलिए मैंने पास ले रखा है। 

अब बड़ा सवाल यह है कि जब शिवम विधायक नहीं है तो फिर क्या वह फर्जी रुआब गांठने के लिए विधायक का पास लगी गाड़ी का इस्तेमाल कर मंगलवार शाम सोनौली कोतवाली पहुंचा था? वह पास लगी इस गाड़ी से कहां-कहां गया, क्या-क्या किया इन सबकी विस्तार से जांच हुई तो किसी बड़े राज का पर्दाफाश हो सकता है। 

फिलहाल इस मामले में एसपी डा. कौस्तुभ की नजर बनी हुई है और वे डाइनामाइट न्यूज़ से बातचीत में आगे जांच की बात कह रहे हैं।

(साथ में फरेन्दा से संवाददाता राहुल पांडेय और सोनौली से संवाददाता अफरोज खान)










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