देवरिया जिला जेल में 500 पुलिस कर्मियों का हल्लाबोल, अतीक अहमद की बैरक के चप्पे-चप्पे को खंगाला

डीएन संवाददाता

यूपी के सबसे बड़े गुंडे अतीक अहमद के काले-कारनामों के खिलाफ डाइनामाइट न्यूज़ के लगातार तीन खुलासों के बाद अब जाकर देवरिया के जिला प्रशासन की नींद टूटी है। लखनऊ के कारोबारी मोहित जायसवाल की निर्मम पिटाई के बाद जागे डीएम-एसपी के साथ 500 पुलिस वाले अचानक देर रात देवरिया जेल पर टूट पड़े और कोना-कोना छाना लेकिन इसमें क्या बरामद हुआ यह सवालों के घेरे में है। जिसका जवाब देने वाला कोई नही..

छापेमारी के दौरान जेल गेट पर डीएम की कार
छापेमारी के दौरान जेल गेट पर डीएम की कार


देवरिया: बीती देर रात दर्जनों गाड़ियों से एक साथ कड़कड़ाती ठंड में बूटों की गर्जना के साथ करीब 500 पुलिस वाले अचानक देवरिया जिला जेल में पहुंचे तो मानो चारो तरफ हड़कंप मच गया। डीएम अमित किशोर व एसपी एन. कोलांची के नेतृत्व में जिले के सभी सीओ, थानेदार व बड़ी संख्या में पुलिस कर्मी, एसडीएम व कई अन्य प्रशासनिक अधिकारियों ने एक साथ जेल के भीतर धावा बोल दिया। 

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक माफिया अतीक की बैरक को भी खंगाला गया लेकिन वहां से क्या आपत्तिजनक सामान बरामद हुआ इस बारे में कोई भी जिम्मेदार अफसर मुंह खोलने को तैयार नही है। इससे प्रशासन की मंशा पर गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं। 

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हमारे डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता ने बताया कि इसी साल 18 जुलाई को सुबह सवेरे मुन्ना बजरंगी की हत्या के बाद घबराये जिला प्रशासन ने देवरिया जेल में छापेमारी की थी और अतीक की बैरक से तब के जिलाधिकारी सुजीत कुमार व एसपी रोहन पी कनय को मोबाइल फोन के साथ ही कई सिम कार्ड व पेन ड्राइव मिली थी। 

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जिलाधिकारी ने इस मामले में जेल अधीक्षक को मुकदमा दर्ज कराने का निर्देश दिया है।इसका अतीक पर क्या प्रभाव पड़ा यह सबके सामने है। 










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