Gorakhpur: उगते सूर्य को श्रद्धालुओं ने दिया अर्घ्य, महापर्व का हुआ समापन

यूपी के गोरखपुर में उगते सूर्य को श्रद्धालुओं ने अर्घ्य दिया। इसी के साथ छठ महापर्व का समापन हो गया। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज की ये रिपोर्ट।

Post Published By: डीएन ब्यूरो
Updated : 8 November 2024, 10:04 AM IST
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गोरखपुर: जनपद में चार दिवसीय छठ पर्व शुक्रवार को उगते सूर्य को अर्घ्य देने के साथ ही संपन्न हो गया। इस दौरान घाटों पर छठ पूजा की अद्भुत छटा दिखी। लोक आस्था के इस महापर्व पर आस्था का जनसैलाब उमड़ा नजर आया। राप्ती नदी के रामघाट, गोरखनाथ घाट, गोरखनाथ मंदिर (Gorakhnath Mandir) के मानसरोवर सूरजकुंड समेत अन्य जगहों पर  श्रद्धालुओं ने सूर्यदेव को अर्घ्य देकर मन्नत मांगी। 

डाइनामाइट न्यूज संवाददाता के मुताबिक नहाय-खाय से शुरू हुआ यह चार दिवसीय पर्व आज सुबह सूर्य को अर्घ्य देने के साथ ही संपन्न हो गया। व्रतियों ने 36 घंटे के निर्जला व्रत के बाद पारण किया। व्रतियों व उनके स्वजन ने भगवान सूर्य से समाज व देश के हित की कामना की। छठ पर्व पर सूर्यदेव और उनकी बहन छठी मैया की उपासना का बहुत महत्व है। छठ का व्रत काफी कठिन माना जाता है। 36 घंटे निर्जला व्रत रखने के बाद उगते सूर्य को अर्घ्य देने के साथ यह पूर्ण हो जाता है। यह व्रत परिवार की सुख-समृद्धि और संतान की लंबी आयु के लिए रखा जाता है। शुक्रवार को तड़के तीन बजे से ही व्रतियों ने घाटों पर पहुंचकर सूर्य देवता और छठी मैया की उपासना शुरू कर दी थी। इसके बाद सूर्योदय होते ही अर्घ्य देने का सिलसिला शुरू हो गया। पूजा स्थल के नजदीक बज रहे छठ गीतों (Chhath Songs) पर जहां युवा थिरकते नजर आये, वहीं बच्चों ने आतिशबाजी की। 

निगरानी करते रहे अधिकारी
वर्ती महिलाओं और बच्चों को किसी तरह की दिक्कत ना हो इसके लिए एडीजी जोन डॉक्टर के एस प्रताप कुमार, जिला अधिकारी कृष्ण करुणेश, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉक्टर गौरव ग्रोवर, अपर आयुक्त कुंवर बहादुर सिंह, पुलिस अधीक्षक नगर अभिनव त्यागी, पुलिस अधीक्षक उत्तरी जितेंद्र कुमार श्रीवास्तव, पुलिस अधीक्षक दक्षिणी जितेंद्र कुमार, पुलिस अधीक्षक अपराध सुधीर जैसवाल, एडीएम प्रशासन पुरुषोत्तम दास गुप्ता, एडीएम सिटी अंजनी कुमार सिंह, एडीएम  वित्त विनीत कुमार सिंह, ज्वाइंट मजिस्ट्रेट/एसडीएम सदर मृणाली अविनाश जोशी, सिटी  मजिस्ट्रेट हिमांशु वर्मा सहित समस्त एसडीएम सीओ अपने-अपने क्षेत्र में भ्रमण करते रहे। रामघाट और पिपराइच क्षेत्र में ड्रोन कैमरे से बराबर निगरानी की जा रही थी।