Uttarakhand News: विभागीय आदेशों की उड़ी धज्जियां, अध्यापकों ने दी आंदोलन की धमकी, जानिये पूरा मामला
उत्तराखंड के टिहरी जनपद के जौनपुर विकासखंड के संकुल संसाधन केंद्र कैम्टी में विभागीय आदेशों की अवहेलना का बड़ा मामला सामने आया है। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी खबर

नरेन्द्र नगर (टिहरी): शिक्षा विभाग के नियमों के मुताबिक, यदि किसी भी संकुल संसाधन केंद्र में समन्वयक का पद रिक्त हो तो उस पद पर उसी संकुल क्षेत्र में कार्यरत वरिष्ठ प्रधान अध्यापक की नियुक्ति के आदेश विभाग की ओर से जारी होते हैं।
लेकिन उत्तराखंड प्रदेश में एक ऐसा जनपद भी है, जिसके विकासखंड के उप शिक्षा अधिकारी विभागीय नियमों को ताक पर रखते हुए ऐसी धज्जियां उड़ा रहे हैं कि उनकी कारगुजारियों से क्षेत्र के शिक्षकों का कामकाज तो प्रभावित हो ही रहा है, साथ ही शिक्षकों का मनोबल भी गिरता जा रहा है।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार मामला टिहरी जनपद के विकासखंड जौनपुर के संकुल संसाधन केंद्र कैम्टी का है। संकुल संसाधन केंद्र कैम्टी में वर्ष 2018 से राजकीय प्राथमिक विद्यालय जिन्सी की सहायक अध्यापिका मनीषा रयाल समन्वयक के पद पर तैनात थीं।
विभागीय नियमों के मुताबिक इस संकुल संसाधन केंद्र पर संकुल क्षेत्र के ही वरिष्ठतम प्रधानाध्यापक की नियुक्ति की जानी थी। इस मामले को लेकर जब इसकी शिकायत जिला परियोजना अधिकारी समग्र शिक्षा टिहरी एसपी सेमवाल के पास पहुंची तो उन्होंने तत्काल इसका संज्ञान लेते हुए, 19 फरवरी 2025 को उप शिक्षा अधिकारी जौनपुर को संकुल संसाधन केंद्र कैम्टी के समन्वयक के पद पर संकुल क्षेत्र के वरिष्ठतम प्रधानाध्यापक को तनात करने का आदेश दिया।
अधिकारी के आदेश का पालन नहीं
उप शिक्षा अधिकारी ने 25 फरवरी के अपने आदेश में जिला परियोजना अधिकारी के आदेश को ताक पर रखते हुए वरिष्ठ प्रधान अध्यापकों को छोड़कर, कनिष्ठ प्रअ शांति भंडारी (रा प्रा विद्यालय बीरा गांव) की कैम्टी संकुल संसाधन केंद्र में समन्वयक के पद पर तैनाती का आदेश कर डाला।
यह भी पढ़ें |
Kedarnath धाम में नशा करने वालों पर पुलिस सख्त, उठाया ये कदम
शांति भंडारी ने की उच्च अधिकारियों से शिकायत
क्षेत्र के शिक्षकों का कहना है कि 27 फरवरी को संकुल संसाधन केंद्र कैम्टी के समन्वयक के पद पर कार्यभार ग्रहण करने वाली शांति भंडारी ने ही इस मामले की शिकायत उच्च अधिकारियों से की थी। उधर कैम्टी संकुल क्षेत्र के शिक्षकों ने संकुल समन्वयक के पद पर शांति भंडारी की नियुक्ति को नियमों की विपरीत बताते हुए, उप शिक्षा अधिकारी के आदेश को खुली चुनौती दे दी है।
एक ओर जहां शिक्षक, संकुल क्षेत्र में शांति भंडारी को आधा दर्जन से अधिक शिक्षकों के मुकाबले कनिष्ठ बता रहे हैं, वहीं उप शिक्षा अधिकारी अपने आदेश में शांति भंडारी को संकुल क्षेत्र में वरिष्ठतम प्रधानाध्यापक का उल्लेख कर रहे हैं।
मामलों की जांच की मांग
प्रधानाध्यापक शमा खत्री नागर सहित अन्य अध्यापकों ने उक्त मामले को लेकर जिला परियोजना अधिकारी समग्र शिक्षा टिहरी को शिकायती पत्र भेजते हुए, संकुल संसाधन केंद्र कैम्टी में समन्वयक के पद पर वरिष्ठतम प्रधानाध्यापक को कार्यभार देने की मांग की है।
जौनपुर क्षेत्र के शिक्षकों का कहना है कि मनीषा रयाल के संकुल समन्वयक से हटाने की मांग शांति भंडारी ने की थी।
शिक्षकों का बड़ा आरोप
यह भी पढ़ें |
Climate Resilience & Disaster Management: हिमालय देश की आत्मा, पर्यावरण संतुलन देशवासियों की सामूहिक जिम्मेदारी
तो क्या फिर कनिष्ठ होने के बावजूद इनाम के तौर पर शांति भंडारी को समन्वयक बनाया गया। शिक्षकों का कहना है कि इस कार्रवाई में साजिश की बू प्रतीत होती है। जिसे शिक्षक कतई बर्दाश्त नहीं करेंगे।
शमा खत्री का बयान
उधर शमा खत्री नागर का कहना है कि वे शांति भंडारी से बहुत वरिष्ठ हैं। इसकी शिकायत उन्होंने जिला परियोजना अधिकारी से भी की है।उनका कहना है कि नियमों के मुताबिक कनिष्ठ प्रधान अध्यापक को संकुल का समन्वयक नहीं बनाया जा सकता।
आंदोलन की चेतावनी
शिक्षकों का कहना है कि यदि नियमों को ताक पर रखा गया तो वे इसके खिलाफ व्यापक पैमाने पर आंदोलन करेंगे। शिक्षकों ने जिला परियोजना अधिकारी समग्र शिक्षा से मामले का संज्ञान लेकर नियमानुसार कार्रवाई की मांग की है। शिक्षकों का कहना है कि तत्काल संकुल के वरिष्ठतम प्रअ को संकुल का कार्य प्रभार सौंपा जाए, अन्यथा की स्थिति में वे आंदोलन को बाध्य होंगे।