बारसू रिफाइनरी के खिलाफ विरोध प्रदर्शन को लेकर उपमुख्यमंत्री का बड़ा बयान

डीएन ब्यूरो

महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने मंगलवार को कहा कि आंदोलनों में अक्सर देखे जाने वाले कुछ नेता बारसू रिफाइनरी के खिलाफ विरोध प्रदर्शन का हिस्सा हैं और उनके पास ऐसी जानकारी हैं कि राज्य में व्यवधान पैदा करने की कोशिश करने वाला एक समूह राज्य सरकार को बदनाम करने में भी भूमिका निभा रहा है। पढ़िये पूरी खबर डाइनामाइट न्यूज़ पर

महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस (फाइल फोटो)
महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस (फाइल फोटो)


गढ़चिरौली: महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने मंगलवार को कहा कि आंदोलनों में अक्सर देखे जाने वाले कुछ नेता बारसू रिफाइनरी के खिलाफ विरोध प्रदर्शन का हिस्सा हैं और उनके पास ऐसी जानकारी हैं कि राज्य में व्यवधान पैदा करने की कोशिश करने वाला एक समूह राज्य सरकार को बदनाम करने में भी भूमिका निभा रहा है।

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता गढ़चिरौली में पत्रकारों से बात कर रहे थे। वह शिवसेना (यूबीटी) के नेता उद्धव ठाकरे की 6 मई को रत्नागिरि जिले में प्रस्तावित रिफाइनरी स्थल बारसू के दौरे और इन आरोपों के बारे में सवालों का जवाब दे रहे थे कि कुछ नेताओं को क्षेत्र में प्रवेश करने से रोक दिया गया है।

फडणवीस ने कहा कि कुछ स्थानीय लोग रिफाइनरी का विरोध कर रहे हैं, जबकि परियोजना का समर्थन करने वालों की संख्या कहीं अधिक है। उन्होंने कहा कि विरोध प्रदर्शन के लिए बाहर से लोगों को बारसू लाया जा रहा है।

फडणवीस के पास राज्य का गृह विभाग भी है। उन्होंने कहा कि आम लोगों का इस्तेमाल करके राजनीतिक लाभ के लिए विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है।

स्थानीय लोगों का एक वर्ग बारसू में पेट्रोकेमिकल रिफाइनरी परियोजना का विरोध कर रहा है। वहीं ग्रामीणों के सर्वेक्षण स्थल में जबरन घुसने की कोशिश के बाद शुक्रवार को विरोध प्रदर्शन तेज हो गया। पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसूगैस के गोले दागे और लाठीचार्ज किया जिसमें कई ग्रामीण घायल हो गए।

विपक्षी शिवसेना (यूबीटी) स्थानीय निवासियों के समर्थन में उतर आयी है और प्रदर्शनकारियों के खिलाफ 'अत्याचार' तत्काल समाप्त करने की मांग की है।

फडणवीस ने कहा कि राज्य में 'व्यवधान' पैदा करने की कोशिश कर रहा एक समूह, सरकार को बदनाम करने के लिए बारसू में भी भूमिका निभा रहा है। मंत्री ने कहा कि उन्होंने कुछ लोगों की पहचान भी की है, जो बारसू में बार-बार आंदोलन करते देखे जाते हैं।

उन्होंने किसी का नाम लिए बिना कहा कि लोग अब जान गए हैं कि कुछ नेताओं के दोहरे रवैये हैं क्योंकि एक तरफ तो उन्होंने बारसू में रिफाइनरी के लिए पत्र भेजा और दूसरी तरफ वे इसका विरोध कर रहे हैं।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, ठाकरे की इस टिप्पणी पर कि बाबरी मस्जिद को गिराए जाने के समय भाजपा का कोई भी कार्यकर्ता वहां मौजूद नहीं था, फडणवीस ने सवाल किया कि वह (ठाकरे) उस समय कहां थे।

फडणवीस ने कहा, ‘‘जब बाबरी (मस्जिद) गिरायी जा रही थी तब मैं वहां भाजपा के हजारों कार्यकर्ताओं के साथ था। क्या उद्धव ठाकरे किसी एक शिवसेना (यूबीटी) कार्यकर्ता का नाम बता सकते हैं जो वहां था या कह सकते हैं कि तब वह खुद कहां थे? आप मुंबई से बाहर भी नहीं निकले जबकि हम वहां गए और संघर्ष किया। इसलिए, ये सभी चीजें कहने से पहले, देखें कि आपने क्या किया है।’’

मंगलवार को महा विकास आघाड़ी की 'वज्रमूठ' रैली में एकनाथ शिंदे-भाजपा सरकार की आलोचना किये जाने पर फडणवीस ने इसे निराश लोगों का कार्यक्रम बताया जो सत्ता से बाहर हैं। उन्होंने कहा कि जब वे कुछ कहते हैं तो उसे गंभीरता से नहीं लेना चाहिए।

सलमान खान की उस हालिया टिप्पणी को लेकर पूछे गए एक सवाल पर कि वह मुंबई की तुलना में संयुक्त अरब अमीरात में सुरक्षित महसूस करते हैं, फडणवीस ने कहा कि अभिनेता भारत और मुंबई में सुरक्षित हैं। उन्होंने कहा, 'उन्हें पूरी सुरक्षा दी गई है और मुझे लगता है कि मुंबई दुनिया में सबसे सुरक्षित शहर है।’’










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