

आम आदमी पार्टी के सदस्यों की सदन से निष्कासन के तीन दिनों के बाद आज वापसी है, ऐसे में सत्तापक्ष और विपक्ष के बीच हंगामे की उम्मीद जताई जा रही है। पढ़ें डाइनामाइट न्यूज़ रिपोर्ट
नई दिल्ली: दिल्ली विधानसभा के सत्र में आज सोमवार को विधायकों के बीच हंगामा होने की संभावना जताई जा रही है। इस सत्र में विपक्षी आम आदमी पार्टी (आप) के सदस्यों के तीन दिनों के निष्कासन के बाद उनकी वापसी होगी, जिससे सत्तापक्ष और विपक्ष के बीच जमकर बहस होने की संभावना है। सोमवार को सदन में स्वास्थ्य क्षेत्र से संबंधित कैग रिपोर्ट पर चर्चा जारी रहेगी।
कैग रिपोर्ट में स्वास्थ्य क्षेत्र में हुई अनियमितताओं और अस्पतालों की स्थिति को लेकर गंभीर आरोप लगाए गए हैं। सत्तापक्ष के सदस्य इन आरोपों के तहत पूर्ववर्ती आम आदमी पार्टी (आप) सरकार को घेरने का प्रयास करेंगे, जबकि विपक्ष इसे विरोधी पार्टी के खिलाफ एक नई रणनीति के तौर पर पेश करेगा। इस मुद्दे पर दोनों पक्षों के बीच जोरदार बहस हो सकती है।
इसके अलावा, सदन की शुरुआत में नियम 280 के तहत विधायक अपने-अपने क्षेत्रों से जुड़े विशेष उल्लेख के मामले भी उठाएंगे। विधायक अपने क्षेत्रों की समस्याओं का उल्लेख करेंगे, जिससे सदन में गर्मा-गर्मी और बढ़ सकती है। हालांकि, सोमवार को स्वास्थ्य से संबंधित कैग रिपोर्ट का दूसरा हिस्सा पेश नहीं किया जाएगा, जिसके कारण सदन का कार्यकाल बढ़ाए जाने की संभावना भी कम है।
दिल्ली सरकार में मंत्री कपिल मिश्रा ने इस रिपोर्ट को लेकर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य क्षेत्र में कैग रिपोर्ट में भारी भ्रष्टाचार का खुलासा हुआ है और इस मुद्दे पर आज चर्चा होनी चाहिए। वे यह भी दावा कर रहे हैं कि स्वास्थ्य क्षेत्र में हुए गड़बड़ियों का पर्दाफाश इस रिपोर्ट के माध्यम से हो रहा है।
भाजपा के विधायक अनिल शर्मा ने भी रिपोर्ट पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि सोमवार को कैग रिपोर्ट पर चर्चा के दौरान पूर्ववर्ती आप सरकार की असलियत सामने आ जाएगी। उनका आरोप है कि स्वास्थ्य क्षेत्र में आप सरकार की नीतियों ने दिल्ली के अस्पतालों को बुरी स्थिति में पहुंचा दिया है।
इस बीच, दिल्ली विधानसभा के अध्यक्ष विजेंद्र गुप्ता सोमवार को एलजी वीके सक्सेना से मुलाकात करेंगे। इस दौरान, वे विधानसभा में उनके अभिभाषण के लिए सदन की ओर से औपचारिक रूप से उनका आभार व्यक्त करेंगे।
दिल्ली नगर निगम के नेता प्रतिपक्ष राजा इकबाल सिंह भी सोमवार को बजट पर चर्चा की शुरुआत करेंगे। वे वित्त वर्ष 2024-25 के संशोधित बजट अनुमानों और 2025-26 के बजट अनुमानों पर अपनी राय देंगे। इस चर्चा के दौरान, नेता प्रतिपक्ष का निशाना दिल्ली सरकार की सफाई व्यवस्था और कर्मचारियों की समस्याओं पर हो सकता है। भाजपा ने पिछले कुछ समय से दिल्ली में सफाई व्यवस्था और कूड़े के पहाड़ों के निस्तारण को लेकर गंभीर आरोप लगाए हैं।
निगम में आप सरकार के आने के बाद से भाजपा लगातार इस मुद्दे को उठा रही है, और सोमवार को इस मुद्दे पर भी चर्चा हो सकती है। पिछली बार सत्तारूढ़ दल ने ध्यान से नेता प्रतिपक्ष के बजट भाषण को सुना था, लेकिन विधानसभा चुनाव के परिणामों के बाद निगम में राजनीति चरम पर पहुंच गई है, जिससे सोमवार को निगम सदन में भी हंगामा हो सकता है।
इस तरह, दिल्ली विधानसभा का सत्र एक बार फिर गरमागरम बहस और हंगामे के आसार है, और विभिन्न मुद्दों पर सत्तापक्ष और विपक्ष के बीच तीखी नोकझोंक देखने को मिल सकती है।