DN Exclusive: किसने रची सुपरकाप अमिताभ यश को फंसाने की साजिश?

श्रीजा चौधरी

“रिश्तों की दलदल से कैसे निकलेंगे, हर साज़िश के पीछे अपने निकलेंगे”

एसटीएफ को लोगो
एसटीएफ को लोगो


नई दिल्ली: पिछले चार दिनों से एक जांबाज आईपीएस.. यूपी से लेकर दिल्ली और पंजाब तक चर्चा का विषय बना हुआ है.. वह है यूपी एसटीएफ का चीफ अमिताभ यश। 

इसलिए चर्चा में आये अमिताभ यश
अपने एनकाउंटर्स को लेकर चर्चा में रहने वाले यूपी कैडर के 1996 बैच के आईपीएस अफसर अमिताभ यश पिछले चार दिनों से पंजाब के एक गैंगेस्टर को लेकर सुर्खियों में छाये हुए हैं। बात सितंबर के दूसरे सप्ताह की है.. पंजाब के नाभा जेल ब्रेक मामले में फरार चल रहे गैंगेस्टर गुरुप्रीत सिंह उर्फ गोपी घनश्यामपुरा को उत्तर प्रदेश में एसटीएफ के द्वारा पकड़े जाने की कहानी कुछ लोगों ने सोशल मीडिया पर गढ़ी और अफवाह फैलायी कि गोपी को एसटीएफ ने पहले तो पकड़ा औऱ बाद में छोड़ दिया, इसके लिए एक करोड़ रुपये में डील तय हुई तथा 45 लाख रुपये दे भी दिये गये। इसके पीछे ‘दो’ आईजी स्तर के अधिकारियों के नाम आये लेकिन सुर्खियां बना सिर्फ एक नाम। दो अपराधियों के बीच बातचीत की आडियो क्लिप में कहा गया कि एक राजनीतिक दल से संबंध रखने वाले संदीप तिवारी उर्फ पिंटू ने अपने एक रिश्तेदार आईजी के माध्यम से दूसरे आईजी अमिताभ यश से संपर्क कर गैंगेस्टर गोपी को छुड़वा दिया। 

वीडियो: देखिये दबंग आईपीएस अमिताभ यश का सबसे धमाकेदार इंटरव्यू

यूपी एसटीएफ द्वारा जारी प्रेस रिलीज

गिरफ्तारी ही नहीं, तो फिर छोड़ने का प्रश्न कहां?
एसटीएफ ने बाकायदे एक प्रेस रिलीज जारी की और कहा कि उसने न तो गोपी नाम के किसी अपराधी को पकड़ा औऱ न ही छोड़ा। यही नहीं पंजाब पुलिस ने भी साफ किया कि उन्हें यूपी एसटीएफ द्वारा गोपी के गिरफ्तारी की कोई सूचना नही है। ऐसे में फिर किसने और क्यों यह अफवाह फैलायी कि रिश्वत लेकर गैंगेस्टर गोपी को एसटीएफ ने छोड़ा?  क्या यह एक बड़े साजिश का हिस्सा है? यदि हां तो किसने रची यह साजिश?

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सुलगते सवाल
1.    यह खबर ठीक 19 सितंबर को उस दिन सुर्खियों में आयी जिस दिन योगी सरकार के 6 महीने पूरे हुए, तो क्या यह योगी सरकार को बदनाम करने की साजिश थी?
2.    अमिताभ यश सूबे के सबसे लोकप्रिय और अनुशासित आईपीएस अधिकारियों में से एक माने जाते हैं, जिनका अब तक का 21 साल का ट्रैक रिकार्ड बेदाग और उत्कृष्ट रहा है। तो क्या उनकी यही छवि किसी की आंखों की किरकिरी बन गयी?
3.    सूबे की राजधानी की फिजाओं में तैर रही खबरों के मुताबिक इसके पीछे सूबे के ही एक आईपीएस अफसर हैं, जो अमिताभ के गुड वर्क को पचा नही पा रहे हैं।
4.    अफवाहों के बाजार को गर्म करने में कुछ शातिर बदमाशों ने भी अहम भूमिका निभायी। नयी सरकार में एसटीएफ का चीफ बनने के बाद सीएम की सोच के अनुरुप अमिताभ ने धड़ाधड़ ‘आपरेशन अपराधी’ को अंजाम देना शुरु किया। जिससे परेशान इन अपराधियों ने अफवाहों को अपने गुर्गों के माध्यम से जमकर फैलाने का काम किया।
5.    क्या यह सब साजिश इसलिए रची गयी कि इससे अमिताभ की प्रतिष्ठा धूमिल होगी और इसके बाद उन्हें आसानी से एसटीएफ के आईजी पद से हटा दिया जायेगा? और फिर सूबे में अपराधियों के नापाक मंसूबे आसानी से पूरे होते रहेंगे।
6.    सबसे अहम कि अगर कोई आडियो क्लिप है तो वह कहां है और उसकी प्रामाणिकता क्या है?
7.    क्या किसी गैंगेस्टर को पकड़ने एक आईजी स्तर का अधिकारी अकेले जायेगा? या फिर उसके साथ उसकी पूरी टीम एसएसपी/एएसपी/सीओ/इंस्पेक्टर/कंमाडोज/ड्राइवर आदि भी होगी? 
8.    क्या इतने लोगों की टीम के बीच आज के समय कोई सूचना छिपी रह सकती है? 
9.    क्या आईजी के कहने से कोई एसएसपी या आपरेशन से जुड़ा कोई अन्य अधिकारी किसी आतंकवादी को छोड़ देगा?
10.    बड़ा सवाल यह भी है कि यूपी में आतंकवादियों को पकड़ने का काम तो एटीएस का है न कि एसटीएफ का। फिर एसटीएफ का नाम आतंकवादी को पकड़ने और फिर छोड़ने के लिए उछालना.. अपने आप में एक बड़ी साजिश की ओर इशारा करता है।
11.    क्या महज दो अपराधियों की आपसी बातचीत में किसी अफसर के नाम का जिक्र होने से उसे गुनहगार मान लिया जायेगा?
12.    क्या यूपी के किसी वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने जान-बूझकर इस तरह की खबरें लीक की ताकि अमिताभ की छवि को धक्का पहुंचाया जा सके? 
13.     क्या साजिशकर्ताओं के निशाने पर अमिताभ यश थे या फिर सूबे के डीजीपी सुलखान सिंह? जिनको राज्य सरकार 30 सितंबर के बाद एक्सटेंशन देने पर गंभीरता से विचार कर रही है।
14.    क्या साजिशकर्ता इस बात को पचा नही पा रहे थे कि आखिर क्यों सीएम योगी आदित्यनाथ समय-समय पर एसटीएफ औऱ यूपी पुलिस की तारीफ करते हैं? 

STF की छवि को धूमिल करना नामुमकिन: अमिताभ यश, आईजी, यूपी एसटीएफ  

यूपी एसटीएफ के चीफ अमिताभ यश (फाइल फोटो)

डाइनामाइट न्यूज़ द्वारा उठाये गये इन सभी सुलगते सवालों का जवाब.. प्रदेश और देश की जनता बेसब्री से जानना चाहती है। जिसके लिए अब लंबा इंतजार नही करना होगा क्योंकि सूबे के सीएम योगी आदित्यनाथ द्वारा अपर पुलिस महानिदेशक (लॉ & आर्डर) आनंद कुमार के नेतृत्व में बिठायी गयी जांच की रिपोर्ट जल्द ही सबके सामने आयेगी और दूध का दूध और पानी का पानी हो जायेगा।

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यूपी के जांबाज आईपीएस आफिसर अमिताभ यश पर इस वक्त सटीक लगता है यह 'शेर'..

“दुश्मनों की महफ़िल में चल रही थी मेरे कत्ल की साजिश, मैं पहुंचा तो बोले.. यार तेरी उम्र बहुत लम्बी है”
 










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