उज्जैनः पहले इंदिरा..फिर सोनिया और अब राहुल गांधी ने महाकाल के किये दर्शन

डीएन ब्यूरो

कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी अपनी दो दिवसीय राजनीतिक यात्रा के लिये मध्य प्रदेश पहुंचे है। यहां राहुल कई जनसभाओं को संबोधित करेंगे। कांग्रेस अध्यक्ष ने यहां धार्मिक नगरी उज्जैन में सबसे पहले 'महाकाल' के दर्शन कर एक बार फिर से खुद को 'शिव भक्त' के रूप में दिखाया है। डाइनामाइट न्यूज़ की रिपोर्ट में पढ़ें राहुल के 'महाकाल' के दर्शन के मायने



इंदौरः कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी अपने दो दिवसीय मध्य प्रदेश के दौरे पर है। यहां राहुल ने सबसे पहले इंदौर पहुंचकर उज्जैन में स्थित प्राचीन शिव मंदिर महाकाल के दर्शन किये। बता दें कि मध्य प्रदेश में 28 नवंबर को विधानसभा के चुनाव होने हैं। चुनावी सरगर्मियों को लेकर भी राहुल गांधी ने धार्मिक नगरी उज्जैन के प्रसिद्ध महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग की पूजा-अर्चना की। 

 

महाकाल की पूजा-अर्चना करते राहुल गांधी 

 

बता दें कि यह 12 ज्योतिर्लिंग में से एक हैं और इसे मध्य प्रदेश की राजनीति में अहम माना जाता है। यहां महाकाल के दर्शन करने के लिये हर कोई नेता पहुंचता है। राहुल गांधी से पहले यहां मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी पूजा-अर्चना की थी। वहीं बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह भी यहां आये थे।     

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कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के लिये इसलिये अहम रही महाकाल की पूजा-अर्चनाः 

1. राहुल गांधी की यात्रा बेशक जरूर राजनीतिक हो लेकिन उज्जैन की नगरी में महाकाल के दर्शन कर राहुल ने अपने परिवार की परंपरा को आगे बढ़ाया है। राहुल अपने परिवार की तीसरी पीढ़ी है जिन्होंने महाकाल की पूजा-अर्चना की है।      

 

 

2. राहुल गांधी की दादी इंदिरा गांधी ने सत्ता में लौटने से पहले दिसंबर 1979 में यहां महाकालेश्वर मंदिर के दर्शन किये थे। तब कांग्रेसी पीढ़ी में महाकाल के दर्शन करने वाली वह पहली महिला थी। अब राहुल गांधी ने इसी परंपरा को आगे बढ़ाकर एक बार फिर शिव भक्ति को दर्शाया है। यहां भगवान के दर्शन इसलिए भी राहुल के लिये अहम रहे।   

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इंदिरा गांधी ने भी की थी महाकाल की पूजा (फाइल फोटो)

 

3. सोनिया गांधी ने भी साल 2008 में उज्जैन के इस पवित्र स्थल पर महाकाल के दर्शन किये थे। हालांकि तब कांग्रेस मध्य प्रदेश में जीत का परचम नहीं फहरा सकी थी। लेकिन इसके साल बाद जरूर कांग्रेस ने केंद्र में दोबारा  सरकार बनाई थी।   

4. अब राहुल गांधी ने मध्य प्रदेश में पहुंचकर सबसे पहले महाकाल के दर्शन कर अपने विरोधियों को जरूर एक बड़ा सबक सिखाया है। कांग्रेस अध्यक्ष मालवा बेल्ट के इंदौर-उज्जैन से शुरू हो रहे अभियान में पहली बार सोमवार को यहां पहुंचे हैं। यहां पर विधानसभा की कुल 50 सीटें हैं जिनमें कांग्रेस के पास सिर्फ 4 सीटें है।  बाकी पर भाजपा का कब्जा है।   

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सोनिया गांधी भी पहुंची थी उज्जैन (फाइल फोटो)

 

5. अपने दौरे के दूसरे दिन 30 अक्टूबर मंगलवार को कांग्रेस अध्यक्ष इंदौर रेडिसन में पत्रकार वार्ता को भी संबोधित करेंगे और यहां से मध्य प्रदेश की विभिन्न विधानसभा क्षेत्रों का दौरा कर वहां पर लोगों को संबोधित करेंगे। राहुल की इस राजनीतिक यात्रा में उनका साथ देने के लिये कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ और प्रचार अभियान समिति के अध्यक्ष ज्योतिरादित्य सिंधिया भी उनके साथ मौजूद हैं। जिससे मध्य प्रदेश में कांग्रेस को अपनी साख बढ़ाने में मदद मिल रही है। 

 

 


 










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