लक्ष्मीपुर में लाखों खर्च करके बने एएनएम सेंटर पड़े बीमार, जानिये कैसे हुए बदहाल
महराजगंज जनपद में चिकित्सकीय सुविधा मुहैया कराने के लिए गांवों में लाखों रुपये खर्च करके एएनएम सेंटर बनाए गए थे लेकिन एएनएम सेंटर कहीं जर्जर तो कहीं बेकार पड़े हैं। डाइनामाइट न्यूज़ पर पढ़ें पूरी खबर
लक्ष्मीपुर (महराजगंज): गांवों में स्वास्थ्य सुविधा को बेहतर बनाने के लिए सरकार लगातार प्रयास कर रही है। लेकिन जिम्मेदारों की अनदेखी आम लोगों पर भारी पड़ती दिख रही है। लक्ष्मीपुर सीएचसी के अंतर्गत गांवों में बनाए गए अधिकांश एएनएम सेंटर देखरेख के अभाव में दम तोड़ने लगे हैं।
चिकित्सकीय सुविधा मुहैया कराने के लिए गांवों में लाखों रुपये खर्च कर सेंटर बनाए गए थे। वर्तमान समय में एएनएम सेंटर कहीं जर्जर तो कहीं बेकार पड़े हैं। सोंधी, टेढ़ी, महदेवा, राजधानी सहित अन्य जगहों में स्थापित अधिकांश एएनएम सेंटर का जर्जर भवन झाड़ झंखाड़ से घिरा हुआ है।
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डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार सोंधी में बने एएनएम सेंटर के खिड़की, दरवाजे गायब है। भवन भी जर्जर हो गया है। झाले और धूल भरी गंदगी से भवन एकदम भूतिया दिख रहा। स्थिति ऐसी लग रहीं मानो सालों से यहां कोई नहीं आया।
सरकार द्वारा गांवों में गर्भवती महिलाओं, बच्चों के टीकाकरण व प्रसव के लिए लाखों रुपये खर्च कर एएनएम सेंटर बनवाया गया था। अधिकांश सेंटर पर एएनएम रहती ही नहीं, बल्कि टीकाकरण के लिए सप्ताह में सिर्फ एक बार ही आती हैं, जिससे गर्भवती महिलाओं को काफी परेशानी उठानी पड़ती हैं। कुछ जगहों पर पंचायत भवन में टीकाकरण करती है।
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डाइनामाइट न्यूज़ से बातचीत के दौरान सीएचसी अधीक्षक वी के शुक्ला ने बताया कि सीएचसी के अंतर्गत कुल 37 एएनएम सेंटर है। 5 और बढ़ने वाले है। जिससे कुल क्षेत्र में 42 सेंटर होंगे। कुछ बदहाल स्थिति में है जिसके बारे में अधिकारियों को अवगत करा दिया गया है।