Gujarat Flood: क्या गुजरात में उठने वाला है भयंकर चक्रवात?
गुजरात में इन दिनों भारी बारिश से हाहाकार मौसम विभाग ने संभावना जताई है कि गुजरात में चक्रवात उठ सकता है। पढ़िये डाइनामाइट की ये रिपोर्ट।
नई दिल्ली: गुजरात (Gujarat) में भारी बारिश का कहर जारी है। वडोदरा समेत कई शहरों में बाढ़ जैसी स्थिति बन गई है। मगरमच्छ नदियों से बहकर घरों की छतों पर पहुंच रहे हैं। वहीं मौसम विभाग ने गुजरात में एक चक्रवात (Cyclone) के उठने की संभावना भी जताई है।
शुक्रवार को चक्रवाती तूफान की संभावना
डाइनामाइट न्यूज संवाददाता के मुताबिक आईएमडी (IMD) ने जारी एक राष्ट्रीय बुलेटिन में कहा कि गुजरात के सौराष्ट्र-कच्छ क्षेत्र में एक चक्रवात बन रहा है। इसके शुक्रवार को अरब सागर के ऊपर उभरने और ओमान (Oman) तट की ओर बढ़ने की उम्मीद है।
सौराष्ट्र और कच्छ पर गहरा दबाव पश्चिम-दक्षिण-पश्चिम की ओर बढ़ने और कच्छ और आसपास के पाकिस्तान तटों से पूर्वोत्तर अरब सागर के ऊपर उभरने व शुक्रवार को एक चक्रवाती तूफान में तब्दील होने की संभावना है।
यह भी पढ़ें |
Weather: 5 राज्यों में बारिश का रेड अलर्ट, दिल्ली-NCR का जानें हाल
चक्रवात विकसित होना एक दुर्लभ गतिविधि
आईएमडी के मौसम वैज्ञानिक ने कहा कि अगस्त के महीने में अरब सागर के ऊपर चक्रवाती तूफान का विकसित होना एक दुर्लभ गतिविधि है। इस तरह पिछले 132 सालों के दौरान बंगाल की खाड़ी के (Bay Of Bengal) ऊपर अगस्त के महीने में कुल 28 ऐसे सिस्टम बने हैं।
1976 के बाद अगस्त में पहला चक्रवाती तूफान
मौसम कार्यालय ने कहा कि 1976 के बाद अगस्त में अरब सागर (Arabian Sea) के ऊपर उठने वाला यह पहला चक्रवाती तूफान होगा। इसमें कहा गया है कि 1976 में चक्रवात ओडिशा के ऊपर विकसित हुआ। ओमान तट के पास उत्तर-पश्चिम अरब सागर पर कमजोर हो गया।
आईएमडी के एक वैज्ञानिक ने कहा कि मौजूदा तूफान के बारे में असामान्य बात यह है कि पिछले कुछ दिनों से इसकी तीव्रता समान बनी हुई है। उन्होंने कहा कि उष्ण कटिबंधीय तूफान दो प्रति चक्रवातों के बीच स्थित है। एक तिब्बती पठार (Tibetan Plateau) के ऊपर और दूसरा अरब प्रायद्वीप के ऊपर। सौराष्ट्र और कच्छ पर बने गहरे दबाव के कारण इस क्षेत्र में भारी वर्षा हुई है।
यह भी पढ़ें |
Weather Update: कहीं बारिश तो कहीं गर्म हवा का अलर्ट जारी, जानें आपके शहर में कैसा रहेगा मौसम का मिजाज
सामान्य से 86 प्रतिशत अधिक वर्षा
आईएमडी के आंकड़ों के अनुसार इस साल 1 जून से 29 अगस्त के बीच सौराष्ट्र और कच्छ क्षेत्रों में 799 मिमी बारिश हुई है। वहीं इस अवधि में सामान्य 430.6 मिमी बारिश (Rain) होती है। इस अवधि में सामान्य से 86 प्रतिशत अधिक वर्षा हुई।