मोदी, स्मृति ईरानी, बाबा रामदेव के पुराने वीडियो सोशल मीडिया वायरल, पेट्रोल-डीजल की कीमत के बहाने लोग साध रहे निशाना

देश में पिछले एक पखवाड़े से भी अधिक समय से पेट्रोल-डीजल की कीमतों में लगातार इजाफा हो रहा है और सरकार इस पर चुप्पी साधे हुए है। एक समय था जब विपक्षी भाजपा नेताओं ने मंहगे तेल से ही सत्ता की सीढियां चढनी शुरू की थी। जाइनामाइट न्यूज़ विशेष:

Post Published By: डीएन ब्यूरो
Updated : 30 June 2020, 1:35 PM IST
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नई दिल्ली: देश में पेट्रोल-डीजल की कीमतें पिछले 18-20 दिनों से लगातार बढती जा रही है। आज और बीते कल की बात को छोड़ दिया जाये तो यह बढोत्तरी लगभग हर दिन होती रही है, जिसके कारण तेल की कीमतों में जबरदस्त उछाल आया है। देश में ऐसा पहली बार हो रहा है, जब डीजल और पेट्रोल की कीमतें समान हो चुकी है। 

कांग्रेस तेल की बढती कीमतों को लेकर मोदी सरकार पर हमलावर है, लेकिन सरकार है कि उसके कानों पर जूं तक नहीं रेंग रहे है। इन सभी के बीच तेल कीमतों में बढोत्तरी को लेकर सत्ता पक्ष की गहरी खामोशी आम जनता समेत सभी विपक्षी दलों को अखर रही है। हर बात खूब बोलने वाले भाजपा नेता ये समझाने में नाकाम हैं कि आखिर तेल की कीमतों में इतना इजाफा क्यों? 

तेल कीमतों पर सत्ता की चुप्पी को लेकर आम जनता अब सरकार पर कई तरह के सवाल उठा रही है। सोशल मीडिया पर भाजपा के उस समय के वीडियोज को खूब साझा किया जा रहा है, जब वो विपक्ष में रहकर तेल कीमतों को लेकर तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और उनकी सरकार की घेराबंदी करने में जुटी थी। सोशल मीडिया पर यह तक कहा जा रहा है कि तत्कालीन विपक्षी भाजपा ने कांग्रेस काल में तेल कीमतों की बढोत्तरी पर हल्ला मचाकर ही जनता के बीच सस्ती लोकप्रियता अर्जित की और सत्ता के सिंहासन पर बैठी। लेकिन अब खुद की सरकार होते हुए तेल कीमतें बढाने में थोड़ा भी गुरेज नहीं किया और इस पर अब चुप्पी साध ली।          

तेल कीमतों पर सरकार की खोमोशी को लेकर लोगों द्वारा कुछ पुराने वीडियोज शेयर किये जा रहे हैं, जिनमें आज के पीएम मोदी समेत मौजूदा सरकार में मंत्री स्मृति इरानी, प्रकाश जावेडकर, शहनवाज हुसैन और यहां तक कि बाबा रामदेव को भी तब तेल कीमतों को लेकर तत्कालीन कांग्रेस पर जबरदस्त तरीके से हमला बोलते हुए देखा जा सकता है। लेकिन अब सत्ता में होने के कारण सभी खामोश हैं और बाबा रामदेव ने भी चुप्पी सी साध रखी है। 

इन वीडियोज में स्मृति इरानी तत्कालीन कांग्रेस सरकार पर तंज कसते हुए कहती हैं कि अच्छी सरकार का दंभ भरने वाली कांग्रेस चुप्पी साध के क्यों बैठी हैं। वीडियो में रजत शर्मा के शौ आपकी अदालत में बाबा रामदेव वहां मौजूद युवाओं से पूछ रहे है कि आपको 75-80 रूपये का पेट्रोल चाहिये या 35-40 रूपये का। वो ये भी पूछते है कि जो सरकार 75-80 का पेट्रोल देती है, क्या आप उस कांग्रेस को वोट करेंगे?  रजत शर्मा बाबा से ये भी कहते हैं कि आप सपने दिखा रहे हो लेकिन बाबा का जबाव होता कि मैं प्रैक्टिकल बात कर रहा हूं।  

मौजूदा सरकार में मंत्री प्रकाश जावेडकर वीडियो में कांग्रेस से पूछ रहे हैं कि पूरे अंतरराष्ट्रीय बाजार में तेल की कीमते सस्ती हुई है। दिल्ली में रिफाइंड पेट्रोल 34 रूपये, मुंबई में 36 मिल सकता हैं तो कांग्रेस सरकार उसके दोगुने दाम क्यों ले रही है?

इन वीडियोज में तत्कालीन भाजपा नेता और आज के पीएम नरेंद्र मोदी कहते हैं कि जिस तरह से तेल के दाम बढाये गये हैं, वह कांग्रेस सरकार की नाकामी है। देश की जनता के अंदर भारी आक्रोश है, इसके कारण और चीजों पर भी भारी बोझ पड रहा है।

शहनवाज हुसैन को भी यह कहते हुए सरकार को घेरते हुए देखा जा सकता हैं कि पीएम की गलत नीतियों के कारण आम आदमी पर मंहगायी की मार पड़ रही है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में तेल के दाम गिरने के बावजूद भी जनता को इसका फायदा नहीं मिल रहा है।

तेल की कीमतों को लेकर तत्कालीन कांग्रेस सरकार को घेरने वाली अबकी सरकार की ये खामोशी और तेल कीमतों में जबरदस्त इजाफा जनता की समझ से परे है। ऐसे में मौजूदा सरकार को अपने उस अतीत से जरूर सीख लेनी चाहिये, जब तेल कीमतों में बढोत्तरी को वह जनता का दर्द बढाने वाली मानती थी। 
 

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