

डाइनामाइट न्यूज़ की खबर के बाद अंबेडकर नगर के गालीबाज, मनबढ़ और पूर्वाग्रह की बीमारी से ग्रस्त प्रमोटेड एसपी विपिन कुमार मिश्रा चौतरफा घिर गये हैं। शनिवार को लखनऊ में उनके गालीकांड की खूब चर्चा रही। बैकफुट पर आये एसपी ने ट्विटर पर आधी-अधूरी सफाई जारी की है। इधर जनप्रतिनिधियों ने सीएम से एसपी के निलंबन की मांग की है। एक्सक्लूसिव रिपोर्ट..
लखनऊ/अंबेडकर नगर: यूपी के अंबेडकर नगर जिले के पुलिस कप्तान विपिन कुमार मिश्रा को कोई सिफारिश सुनना बहुत बुरा लगता है। नियम-कानून से विपरित जाकर, गैरकानूनी तरीके से बिना लिखा-पढ़ी के प्रताड़ित करने के उद्देश्य से थाने में किसी को बैठा लेना वे अपनी शान समझते हैं। यदि किसी ने गलती की तो नियमों के मुताबिक एफआईआर दर्ज करें, जेल भेजें.. किसने रोका है लेकिन आप जेल भी नही भेजेंगे और गैरकानूनी तरीके से दो दिन तक थाने में बैठाये रखेंगे यह कहां का न्याय है। इसी मामले पर जब एक राजनीतिक पैरवी जाती है तो.. साहब ठहरे साहब.. हत्थे से उखड़ बैठे।
वायरल ऑडियो के सम्बन्ध में पुलिस अधीक्षक श्री विपिन कुमार मिश्र :- @Uppolice @dgpup @adgzonelucknow @digfaizabad pic.twitter.com/rVThxCcAW0
— AMBEDKARNAGAR POLICE (@ambedkarnagrpol) November 3, 2018
जब डाइनामाइट न्यूज़ पर खबर वायरल हुई तो फिर मचा बवाल.. आनन-फानन में गालीबाज और मनबढ़.. प्रमोटेड एसपी विपिन कुमार मिश्रा ने ट्विटर पर सफाई जारी की वह भी वीडियो में नही.. लिखित.. साहब में इतना भी नैतिक साहस नही बचा कि वे एक पत्रकार वार्ता बुलाकर पत्रकारों के सवाल सुनते और फिर सफाई देते। साहब का तर्क तो देखिये.. अभियुक्त को शातिराना पैरवी कर छुड़ाने की कोशिश की जा रही थी और मैं उसे सिर्फ हतोत्साहित कर रहा था.. इतना करते समय न तो साहब को सीएम को डर रहा और न ही डीजीपी का और न ही मानवाधिकार आयोग का।
भाजपा सांसद हरिओम पांडे के प्रतिनिधि कृष्ण गोपाल और एसपी के बीच गाली गलौज के ऑडियो का प्रसारण जब डाइनामाइट न्यूज़ पर हुआ तो भाजपा विधायक संजू देवी हरकत में आयी और सीएम योगी आदित्यनाथ को खत लिखकर कहा कि जब से विपिन इस जिले में आये हैं तबसे लूट-पाट, हत्या और अपराध की मानो बाढ़ आ गयी है। कप्तान से एक अदद जिला तो संभल नही रहा उल्टे जिले भर के लोगों को गुंडा, मवाली और नेता होने का सार्टिफिकेट बांटते फिर रहे हैं। इस महिला विधायक ने सीएम से दो टूक कहा कि विपिन को जिले से तत्काल स्थानांतरित/निलंबित किया जाय।
यह भी पढ़ें: यूपी का गालीबाज एसपी.. कुर्सी पर बैठते ही भूले पद की गरिमा
इधर एसपी की इस करतूत से जिले भर में आम जनता भाजपा सरकार में बेलगाम हुई ब्यूरोक्रेसी को पानी पी-पीकर कोस रही है। देखें इस वीडियो में एसपी की जिले वासियों के बारे में क्या सोच है..
यह भी पढ़ेंः फर्जी IPS का चेहरा हुआ बेनकाब..अब तक कईयों को लगाया चूना, कर रहा था ये प्लानिंग
यही नही जब एसपी को कृष्ण गोपाल ने दरोगा महंथ यादव की घूसखोरी की शिकायत की तो एसपी ने कहा सांसद को जाइये लिखित दे दीजिये.. अहंकार इतना कि क्या बिगाड़ लेंगे.. सांसद? सबसे बड़ा सवाल यह है कि घूस मांगने की शिकायत को तीन दिन बीत गये लेकिन क्या एसपी ने अपने दरोगा के खिलाफ मिली घूसखोरी की मांग की शिकायत पर कोई जांच कराई?
No related posts found.