भाजपा ने सरकार गठन की कवायद के बीच बनाई नई रणनीति, छोटे दलों और निर्दलीयों से संपर्क, जानिये बड़े अपडेट

डीएन ब्यूरो

भारतीय जनता पार्टी भले ही पूर्ण बहुमत हासिल नहीं कर सकी है लेकिन सरकार बनाने की उसकी प्रक्रिया तेजी से आगे बढ़ रही है। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज की पूरी रिपोर्ट

भाजपा ने सरकार गठन की कवायद
भाजपा ने सरकार गठन की कवायद


नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव में सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी बहुमत के जादुई आंकड़े को पार करने से भले ही चूक गई हो लेकिन सरकार बनाने की उसकी कवायद जारी है। इसमें कोई दो राय नहीं कि एनडीए के साथ मिलकर भाजपा तीसरी बार सरकार बनायेगी लेकिन बहुमत के कमी के कारण उसे अपने सहोयगी एनडीए और घटक दलों के साथ कई तरह के समझौते करने पड़ेंगे। 

दो बार के कार्यकाल में पीएम मोदी ने जिस तरह से ठोस फैसले लेने की अपनी छवि बनाई है, अब उस तरह के बड़े फैसले लेना भी उनके लिये आसान नहीं लगता। क्योंकी हर बड़े फैसले से पहले उन्हें सहयोगी दलों से राय शुमारी करनी पड़ेगी।  
 
जानकारी के मुताबिक भाजपा अब सरकार गठन की तैयारियों के बीच ही नई रणनीति पर भी काम कर रही है ताकि कोई भी सहयोगी दल और नेता उसे ‘विवश’ न समझे। बताया जाता है कि इसके लिये भाजपा अब अपने सहयोगी दलों और नेताओं की संख्या बढ़ाने के फार्मूले पर काम कर रही है। ताकि वह पहले की ही तरह पूरी मजबूती और दमखम के साथ सरकार चलाती रहे। 

सूत्रों के मुताबिक इस फार्मूले के तहत भाजपा कुछ छोटे दलों और निर्दलीय नवनिर्वाचित सांसदों को अपने पाले में कर सकती है। इनके साथ आने से एनडीए की मौजूदा सीटों की संख्या 293 से बढ़कर 310+ के पार हो सकती है। 

सूत्रों के मुताबिक भाजपा ऐसे दलों और नेताओं के संपर्क में है और सरकार गठन तक कुछ अन्य सांसद उसके पाले में आ सकते हैं। माना जा रहा है कि सरकार गठन से पहले भाजपा अपनी इस कवायद में सफल हो सकती है।

ये भी खबरें है कि भाजपा ने इन छोटे दलों और निर्दलो को ये भी साफ संदेश दे दिया है कि उनके साथ गठबंधन धर्म का पूरा पालन किया जायेगा और सरकार बनने पर सभी सहयोगियों को साथ लेकर चला जायेगा।










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