Flipkart: फ्लिपकार्ट से बिन्नी बंसल का इस्तीफा, जानिए अब क्या करेंगे दिग्गज ?

डीएन ब्यूरो

ई-कॉमर्स कंपनी फ्लिपकार्ट के सह-संस्थापक बिन्नी बंसल ने कंपनी के निदेशक मंडल से इस्तीफा दे दिया है। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट

ई-कॉमर्स कंपनी फ्लिपकार्ट के सह-संस्थापक बिन्नी बंसल
ई-कॉमर्स कंपनी फ्लिपकार्ट के सह-संस्थापक बिन्नी बंसल


नयी दिल्ली: ई-कॉमर्स कंपनी फ्लिपकार्ट के सह-संस्थापक बिन्नी बंसल ने कंपनी के निदेशक मंडल से इस्तीफा दे दिया है। कंपनी ने बयान में यह जानकारी दी।

बंसल ने लगभग छह महीने पहले कंपनी में अपनी पूरी हिस्सेदारी बेच दी थी।

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डाइनामाइट न्यूज संवाददाता के अनुसार बंसल ने कहा, “मुझे पिछले 16 साल में फ्लिपकार्ट समूह की उपलब्धियों पर गर्व है। फ्लिपकार्ट मजबूत स्थिति में है, एक मजबूत नेतृत्व टीम और आगे बढ़ने का स्पष्ट रास्ता है। कंपनी सक्षम हाथों में है और इस विश्वास के साथ मैंने कंपनी छोड़ने का फैसला किया है। मैं टीम को शुभकामनाएं देता हूं क्योंकि वे ग्राहकों के अनुभवों को लगातार बदलते रहेंगे और मैं व्यवसाय का एक मजबूत समर्थक बना रहूंगा।”

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उन्होंने 2007 में सचिन बंसल के साथ ई-कॉमर्स कंपनी की सह-स्थापना की थी।

वॉलमार्ट द्वारा 21 अरब डॉलर के मूल्यांकन पर कंपनी में 77 प्रतिशत हिस्सेदारी हासिल करने के बाद सचिन बंसल ने 2018 में फ्लिपकार्ट के निदेशक मंडल से इस्तीफा दे दिया था।

एक सक्रिय एंजल निवेशक होने के अलावा बिन्नी बंसल ने ई-कॉमर्स मंच पर विक्रेताओं को विपणन सहायता प्रदान करने के लिए अपनी कंपनी भी शुरू की है।

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फ्लिपकार्ट के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) और निदेशक मंडल के सदस्य कल्याण कृष्णमूर्ति ने कहा, “कारोबार में उनकी अंतर्दृष्टि और गहरी विशेषज्ञता निदेशक मंडल और कंपनी के लिए अमूल्य रही है। फ्लिपकार्ट एक महान विचार और कड़ी मेहनत का परिणाम है, जिसे भारत में खरीदारी के तरीके को बदलने के लिए प्रतिबद्ध टीमों द्वारा बनाया गया है। हम बिन्नी को उनके अगले उद्यम के लिए शुभकामनाएं देते हैं और भारतीय खुदरा तंत्र पर उनके गहरे प्रभाव के लिए उन्हें धन्यवाद देते हैं।”

फ्लिपकार्ट का मूल्यांकन बढ़कर करीब 38 अरब डॉलर हो गया है। हालांकि, कंपनी अब भी घाटे में है।

कंपनी की एकीकृत शुद्ध कुल आय बीते वित्त वर्ष (2022-23) में 9.4 प्रतिशत वृद्धि के साथ 56,012.8 करोड़ रुपये रही थी, जो वित्त वर्ष 2021-22 में 51,176 करोड़ रुपये थी।

कुल आय में वृद्धि के बावजूद फ्लिपकार्ट का एकीकृत घाटा बीते वित्त वर्ष में बढ़कर 4,890.6 करोड़ रुपये हो गया, जो 2021-22 में 3,371.2 करोड़ रुपये था।










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