

उत्तर प्रदेश के बलिया जनपद में कोतवाली पुलिस पर आरोप लगा था कि मुकदमा दर्ज करने के एवज में पैसा मांगा गया है। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
बलिया: उत्तर प्रदेश के बलिया जनपद में न्यायालय के आदेश की धज्जियां उड़ाने वाले शहर कोतवाल संजय सिंह आखिरकार हरक्कत में आए और बुधवार को आनन-फानन में मुकदमा दर्ज कर लिया। कोतवाली पुलिस पर आरोप लगा था कि मुकदमा दर्ज करने के एवज में पैसा मांगा गया है।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक मामला काशीपुर मिश्र नेउरी का है, पीड़ित धनिल कुमार वर्मा के साथ बीते दिनों हुई मारपीट के मामले में शहर कोतवाली पुलिस पर आरोप लगा था कि मुकदमा दर्ज करने के एवज में पैसा मांगा गया है।
मंगलवार को इसे लेकर पीड़ित धनिलाल वर्मा एसपी से मिले थे। इसके बाद बुधवार को शहर कोतवाल स्वयं सीजेएम न्यायालय में उपस्थित होकर मुकदमा दर्ज करने का लिखित स्पष्टीकरण दिया है।
मुकदमा दर्ज होने वाले आरोपियों का नाम विवेक वर्मा, अमित वर्मा, अभिषेक वर्मा, गोलू गोल्डेन, विक्की वर्मा, अरविंद व अनिल है। आरोपीगण विवेक कुमार वर्मा व अमित कुमार वर्मा जिला अस्पताल के पूर्व बाबू दयाशंकर जिनके उपर कि दर्जनों फर्जी नियुक्तियों का आरोप है, उनके पुत्र है।
धनिल कुमार वर्मा जब मामले में शहर केातवाली में गुहा लगाने गया था तो उसे डाट कर भगा दिया गया था। इसके बाद धनिल वर्मा न्यायालय की शरण में गया। जिस पर न्यायालय ने बीते छह मई को शहर कोतवाली को मुकदमा दर्ज करने का आदेश दिया था। लेकिन मुकदमा दर्ज नहीं किया गया था।
ऊपर से कोतवाली पुलिस द्वारा धनिल को फोन कर यह कहा जा रह था कि आप कोतवाली में आइए, लेनदेन कीजिए। आपका मुकदमा हो जाएगा। इसके बाद धनिल कुमार वर्मा एसपी आफिस में गुहार लगाई।
नतीजन दूसरे ही दिन बुधवार को शहर कोतवाल स्वयं सीजेएम न्यायालय में उपस्थित होकर मुकदमा दर्ज करने का लिखित स्पष्टीकरण दिया है। धनिल कुमार वर्मा के अनुसार उसके पास उस पुलिस कर्मी की रिकार्डिंग है और वह उसे कोर्ट में प्रस्तुत भी करेंगे।