बदायूं गैंगरेप: मुख्य आरोपी पर 50 हजार का इनाम, दो गिरफ्तार, लगेगा NSA, STF करेगी जांच

डीएन ब्यूरो

बदायूं में 50 साल की महिला के संग गैंगरेप, हत्या और दरिंदगी की दिल दहलाने वाली घटना का मुख्य आरोपी अभी भी फरार चल रही है, जिसकी गिरफ्तारी पर 50 हजार का इनाम घोषित किया गया है। पढिये, इस केस से जुड़ा अब तक का अपडेट

फाइल फोटो
फाइल फोटो


लखनऊ: उत्तर प्रदेश के बदायूं जिले में 50 साल की आंगनबाड़ी सहायिका के साथ निर्भया जैसी हैवानियत, गैंगरेप और हत्या का मुख्य आरोपी अब भी फरार है। मुख्य आरोपी महंत सत्यनारायण की गिरफ्तारी पर इनाम की राशि बढ़ाकर 50 हजार रूपये कर दी गयी है। उसकी तलाश में पुलिस की 4 टीमें दबिश दे रही हैं। इस मामले में पुलिस ने अब तक दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है।

गैंगरेप के बाद महिला की हत्या के मामले में मुख्य आरोपी को पकड़ने का जिम्मा सीएम योगी आदित्यनाथ द्वारा STF को भी दिया गया है। जिला पुलिस के साथ एसटीएफ भी मामले की जांच करेगी। साथ ही आरोपियों पर NSA के तहत कार्रवाई का आदेश दिया गया है। इस मामले को फास्ट ट्रैक कोर्ट में चलाये जाने के निर्णय लिया गया है।

बुधवार के उघैती इलाके में रविवार को 50 वर्षीय महिला की गांव के मंदिर में पूजा करने के लिए गई थी। जिसके बाद महिला का शव संदिग्ध हालात में मिला था। दरिंदो ने गैंगरेप के बाद महिला हत्या कर दी थी।

पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हैवानियत की सारी हदें पार करने का खुलासा हुआ। दरिंदों ने महिला के प्राइवेट पार्ट में रॉड जैसी चीज भी डालने की कोशिश की, जिससे महिला के शरीर के अन्य हिस्सों में गम्भीर चोटें आई हैं।

जानकारी के मुताबिक 3 जनवरी की शाम मंदिर में मौजूद महंत सत्यनारायण, उनका चेला वेदराम व ड्राइवर जसपाल ने महिला संग गैंगरेप की इस जघन्य वारदात को अंजाम दिया। दरिंदों ने महिला के साथ न सिर्फ सामूहिक दुष्कर्म किया बल्कि उसके प्राइवेट पार्ट में रॉड डाली, जिससे उसका आंतरिक हिस्सा तक फट गया। आरोपियों ने  महिला का एक पैर और एक पसली भी तोड़ दी थी। महिला के शरीर का सारा खून बह जाने से उसकी मौत हुई। आरोपियों रात को ही गैंगरेप के बाद आंगनबाड़ी सहायिका के खून से लथपथ लाश को अपनी गाड़ी से उसके घर फेंका और फरार हो गए। 

इस जघन्य मामले में पुलिस पर भी लापरवाही के बड़े आरोप लग रहे हैं। बताया जाता है कि महिला के परिजनों ने उघैती थाना पुलिस को पूरे मामले की जानकारी दी,लेकिन पुलिस परिजनों को गुमराह कर थाने के चक्कर कटवाती रही। एसएसपी ने लापरवाही बरतने के आरोप में थानाध्यक्ष राघवेंद्र प्रताप सिंह को निलंबित कर दिया गया है। इस घटना में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। मुख्य आरोपी की पुलिस द्वारा तलाश की जा रही है।










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