Azamgarh Cyber Fraud: आजमगढ़ में साइबर ठगों के गैंग का भंडाफोड़, करोड़ों का फ्रॉड, जानिये पूरा अपडेट

आजमगढ़ पुलिस ने 95 करोड़ रुपए की ठगी करने वाले अंतरराष्ट्रीय साइबर ठगी गिरोह के सात सदस्यों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने इनके पास से कई उपकरण भी बरामद किए है।क्या है पुरी खबर। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की रिपोर्ट।

Post Published By: डीएन ब्यूरो
Updated : 22 March 2025, 8:21 PM IST
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आजमगढ़: जनपद की साइबर थाना पुलिस ने एक बड़े साइबर ठगी के मामले का खुलासा करते हुए शनिवार को सात आरोपियों को गिरफ्तार किया है। ये आरोपी एक अंतर्राष्ट्रीय संगठित गैंग के सदस्य हैं, जो ऑनलाइन गेमिंग के जरिए लोगों को ठगने का काम करते थे।

पुलिस ने उनके पास से 51 मोबाइल फोन, 4 लैपटॉप, 42 एटीएम कार्ड, 13 बैंक पासबुक, 79 सिम कार्ड, 4 चेकबुक और 1 फाइबर राउटर भी बरामद किया है। इस गैंग द्वारा करीब 95 करोड़ रुपये की ठगी की गई, जिसमें से 1 करोड़ रुपये अब पुलिस द्वारा फ्रीज कर दिए गए हैं।

डाइनामाइट न्यूज़ के संवाददाता के अनुसार, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक हेमराज मीणा ने बताया कि इस गैंग के खिलाफ प्रभावी कार्रवाई के उद्देश्य से चलाए जा रहे अभियान के अंतर्गत, नवंबर 2024 में प्रतिबंधित ऑनलाइन जुआ एप्स Reddy Anna, Lotus और Mahadev के माध्यम से 190 करोड़ रुपये की ठगी करने वाले अन्य अंतर्राष्ट्रीय गैंग का भी पर्दाफाश किया गया था। उस मामले में कुल 11 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया था। 

सात आरोपी गिरफ्तार, फ्रॉड खुलासा

हाल ही में साइबर थाना पुलिस और SWAT टीम ने संयुक्त रूप से एक अभियान चलाया, जिसके तहत वाराणसी के पाण्डेयपुर क्षेत्र से सात अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया। ये लोग विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफार्मों जैसे व्हाट्सएप, टेलीग्राम और फेसबुक पर चैनल बनाए हुए थे, जहां उन्होंने लोगों को झांसे में लेकर एक वेबसाइट (https://allpanels.com.in) पर लॉगिन करने को मजबूर किया।

इस वेबसाइट पर गेम या टास्क पूरा करने का प्रलोभन देकर, उन्होंने लोगों से पैसे दुगुना या तिगुना करने का झूठा वादा किया। लेकिन असल में, ठगी का सारा पैसा फर्जी खातों और मोबाइल नंबरों के माध्यम से निकाल लिया जाता था।

गिरफ्तार किए गए सात अभियुक्तों में से छह उत्तर प्रदेश के और एक पश्चिम बंगाल का निवासी है। इन आरोपियों पर देश के विभिन्न हिस्सों में लगभग 45 साइबर ठगी के मामले दर्ज हैं। पुलिस की पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि उनकी यूनिट गण November 2024 में आजमगढ़ से पकड़ी गई थी, जिसके बाद वे वाराणसी में छिपकर इस कार्य को अंजाम देने लगे थे। 

अभियान चलाकर अपराधियों को पकडा

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने कहा कि इस प्रकार के साइबर अपराध को नियंत्रित करने के लिए पुलिस लगातार प्रयासरत है और इस प्रकार के गैंगों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी, ताकि आम जनता को सुरक्षित रखा जा सके।

इस बात पे सभी नागरिकों को सावधानी बरतने की सलाह भी दी गई है, खासकर ऑनलाइन गेमिंग में शामिल होने से पहले सोच-समझकर निर्णय लेने की आवश्यकता पर जोर दिया गया है। इस कार्रवाई से यह स्पष्ट होता है कि पुलिस साइबर अपराधियों के खिलाफ सख्त कदम उठा रही है और जल्द ही अन्य ठगों को भी पकड़ने का प्रयास जारी रहेगा।