असम: पुलिस गोलीबारी में उल्फा का संदिग्ध उग्रवादी और तीन युवक घायल

डीएन ब्यूरो

असम में उग्रवादी संगठन उल्फा (आई) का एक संदिग्ध सदस्य और इस प्रतिबंधित संगठन में कथित तौर पर शामिल होने जा रहे तीन युवक हिरासत से भागने की कोशिश के दौरान पुलिस द्वारा की गई जवाबी कार्रवाई की दो अलग-अलग घटनाओं में घायल हो गए। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट

संदिग्ध उग्रवादी और तीन युवक घायल
संदिग्ध उग्रवादी और तीन युवक घायल


गुवाहाटी: असम में उग्रवादी संगठन उल्फा (आई) का एक संदिग्ध सदस्य और इस प्रतिबंधित संगठन में कथित तौर पर शामिल होने जा रहे तीन युवक हिरासत से भागने की कोशिश के दौरान पुलिस द्वारा की गई जवाबी कार्रवाई की दो अलग-अलग घटनाओं में घायल हो गए। असम पुलिस ने रविवार को यह जानकारी दी।

पुलिस ने बताया कि शिवसागर जिले में एक संदिग्ध ग्रेनेड धमाके में कथित तौर पर शामिल उग्रवादी गेलेकी के पास रविवार सुबह घायल हो गया जबकि अन्य तीन शनिवार रात तिनसुकिया जिले में गोलीबारी में घायल हो गए थे।

शिवसागर पुलिस ने एक बयान में कहा कि गिरफ्तार आरोपी जिले के जॉयसागर इलाके में स्थित केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के शिविर के पास नौ दिसंबर को हुए ग्रेनेड धमाके की घटना में ‘सीधे तौर पर शामिल’ पाया गया था।

पुलिस ने पहले विस्फोट की घटना की पुष्टि करने से परहेज किया था लेकिन पिछले सप्ताह इस संबंध में चार संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया था जिनमें रविवार को घायल हुआ संदिग्ध शामिल नहीं था।

बयान में कहा गया, ‘‘आरोपी 2019 के अंत में यूनाइटेड लिबरेशन फ्रंट ऑफ असम (उल्फा) में शामिल हुआ था और म्यांमा स्थित उग्रवादी संगठन के शिविर में करीब एक महीना बिताने के बाद वह असम लौटा था।’’

म्यांमा से लौटने पर उसे असम राइफल्स ने गिरफ्तार कर लिया था और वह लगभग चार महीने तक अरुणाचल प्रदेश की खोंसा जेल में कैद रहा।

पुलिस ने बयान में कहा, ‘‘ रिहाई के बाद भी आरोपी म्यांमा में मौजूद उल्फा के वरिष्ठ नेतृत्व के साथ लगातार संपर्क में रहा और उन्हें राष्ट्र-विरोधी गतिविधि को अंजाम देने के लिए जानकारी और अन्य स्थानीय सहायता प्रदान की। इस घटना में, उसे ग्रेनेड को गंतव्य तक पहुंचाने और ग्रेनेड फेंकने की गतिविधि को अंजाम देने का काम सौंपा गया था।’’

पुलिस ने बताया कि जब आरोपी की निशानदेही पर रविवार तड़के गोला-बारूद की बरामदगी के लिए गेलकी ले जाया गया तो उसने भागने की कोशिश जिसपर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने गोली चलाई जो उसके पैर में लगी।

पुलिस ने बताया कि संदिग्ध उग्रवादी को डिब्रूगढ़ के असम मेडिकल कॉलेज अस्पताल (एएमसीएच) में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है।

बयान में यह भी कहा गया कि तलाशी अभियान में 21 राउंड गोला बारूद, घटना में इस्तेमाल की गई एक मोटरसाइकिल और अन्य सामान बरामद किए गए।

एक पुलिस अधिकारी ने रविवार को बताया कि शनिवार देर रात तिनसुकिया जिले में एक अन्य घटना में, प्रतिबंधित उल्फा (आई) में शामिल होने जा रहे तीन युवक पुलिस हिरासत से भागने की कोशिश के दौरान जवाबी कार्रवाई में घायल हो गए।

उन्होंने बताया कि यह घटना तब हुई जब तीनों को सदिया लाया जा रहा था, जो तिनसुकिया के प्रशासनिक अधिकार क्षेत्र के तहत एक पुलिस जिला है।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार सदिया के पुलिस अधीक्षक (एसपी) मृणाल डेका ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि युवक जिले के चापाखुवा इलाके के थे और उनके परिवारों ने सदिया पुलिस थाने को सूचित किया था कि वे प्रतिबंधित संगठन में शामिल होने के लिए घर छोड़कर चले गए हैं।










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