आर्मी चीफ बिपिन रावत हुए रिटायर, कहा- हर कसौटी पर खरी उतरी है सेना

डीएन ब्यूरो

सेना प्रमुख के तौर पार तीन वर्ष का कार्यकाल पूरा करने के बाद मंगलवार को सेवानिवृत्त हो रहे जनरल बिपिन रावत ने कहा कि विषम परिस्थितियों में मोर्चों पर तैनात सेना संकट की घड़ी में हर कसौटी पर खरी उतरी है।

बिपिन रावत
बिपिन रावत


नई दिल्ली: सेना प्रमुख के तौर पार तीन वर्ष का कार्यकाल पूरा करने के बाद मंगलवार को सेवानिवृत्त हो रहे जनरल बिपिन रावत ने कहा कि विषम परिस्थितियों में मोर्चों पर तैनात सेना संकट की घड़ी में हर कसौटी पर खरी उतरी है। सेवानिवृत्त होने से पहले जनरल रावत ने परंपरा अनुसार आज सुबह राष्ट्रीय युद्ध स्मारक जा कर मातृभूमि की रक्षा में प्राण न्यौछावर करने वाले शहीदों को श्रद्धांजलि दी। इसके बाद उन्होंने साउथ ब्लॉक स्थित लॉन में सलामी गारद का निरीक्षण किया।

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जनरल रावत को देश का पहला चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) नियुक्त किया गया है। सेना प्रमुख के पद से सेवानिवृत्त होने के बाद वह नयी जिम्मेदारी संभालेंगे। सलामी गारद के निरीक्षण के बाद संवाददाताओं से बातचीत में उन्होंने कहा कि जवान दुर्गम स्थलों पर विषम परिस्थितियों में मोर्चों पर तैनात है और उनके साहस तथा वीरता के कारण ही सेना संकट की घड़ी में हर कसौटी पर खरी उतरी है। उन्होंने कहा कि उनके कार्यकाल के दौरान सेना के पुनर्गठन, आधुनिकीकरण और सैन्य प्रौद्योगिकी हासिल करने पर जोर दिया गया। उन्होंने कहा कि कुछ काम अधूरे रह गये है और उन्हें उम्मीद है कि उनके उत्तराधिकारी जनरल मनोज मुकुंद नरवणे इन्हें बखूबी पूरा करेंगे। जनरल रावत के सेवानिवृत्त होने के बाद नवनियुक्त सेना प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल नरवणे नये सेना प्रमुख के तौर पर पद संभालेंगे।

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उन्होंने कहा कि सेना प्रमुख का पद कठिनाई और जिम्मेदारी से भरा होता है लेकिन सभी जवान और अधिकारी मिल कर काम करते है तो लक्ष्यों को हासिल करने में कठिनाई नहीं आती। सीडीएस के रूप में उनकी जिम्मेदारी के बारे में पूछे जाने पर जरनल रावत ने कहा कि इस पद को संभालने के बाद भविष्य की रणनीति तैयार की जाएगी। उन्होंने उनके कार्यकाल के दौरान सहयोग के लिए सभी जवानों, अधिकारियों, उनके परिजनों, भूतपूर्व सैनिकों और सिविल स्टाफ के प्रति आभार व्यक्त किया और उन्हें भविष्य के लिए शुभकामनाएं दी। (वार्ता)










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