Farmers Protest: कृषि मंत्री बोले- सरकार किसानों से बातचीत को तैयार, बनाएं सकारात्मक माहौल, जानिये ताजा अपडेट

डीएन ब्यूरो

मोदी सरकार के कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के जारी आंदोलन के बीच मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर का एक बड़ा बयान सामने आया है। डाइनामाइट न्यूज की इस रिपोर्ट में पढिये क्या बोले कृषि मंत्री

किसानों के आंदोलन के चलते टिकरी बॉर्डर को किया गया बंद
किसानों के आंदोलन के चलते टिकरी बॉर्डर को किया गया बंद


नई दिल्ली: केंद्र की सरकार के कृषि कानून के खिलाफ दिल्ली सीमा समेत तमाम स्थानों पर किसानों का आंदोलन आज चौथे दिन भी जारी रहा। किसानों ने आज गृह मंत्री की अमित शाह की उस अपील को भी ठुकरा दिया, जिसमें किसानों से दिल्ली के बुराड़ी में स्थित निरंकारी ग्राउंड में आंदोलन करने को कहा गया था। इन सभी के बीच अब कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर का एक बड़ा बयान सामने आया है।

कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने रविवार शाम को कहा कि सरकार किसानों से बातचीत के लिए तैयार। उन्होंने कहा कि किसान बातचीत के लिये जरूरी माहौल बनाएं, हम किसानों से चर्चा के लिए तैयार हैं।

किसानों के जारी आंदोलन के बीच राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने  भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा है। इस पत्र में उन्होंने पीएम मोदी से कृषि कानूनों पर फिर से विचार करने की अपील की है। 

इसके अलावा किसान संगठन भारतीय किसान यूनियन (क्रांतिकारी) पंजाब के प्रदेश अध्यक्ष सुरजीत सिंह फूल ने कहा कि बातचीत के लिए रखी गई शर्त किसानों का अपमान है। उन्होंने कहा कि सरकार की अपील पर हम बुराड़ी के निरंकारी मैदान में कभी भी आंदोलन के लिये नहीं जाएंगे। उन्होंने कहा कि बुराड़ी ओपन पार्क नहीं है, बल्कि यह एक ओपन जेल है। 

किसान संगठनों का कहना है कि बुराड़ी जेल जाने की बजाए हम दिल्ली में एंट्री के पांच रास्तों का घेराव करेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि हम अपने मंच पर किसी भी राजनीतिक दल को जगह नहीं देंगे। हम लोग 2 महीने से आंदोलन कर रहे हैं चाहे वह कांग्रेस का हो या किसी भी पार्टी का हो, हम किसी को अपना मंच नहीं देंगे।

रविवार को आंदोलनकारी किसानों ने अमित शाह की उस अपील को भी ठुकरा दिया, जिसमें किसानों से सिंधु बॉर्डर से हट जाने को कहा गया था। किसानों से बुराड़ी के निरंकारी समागम मैदान में चले जाने की अपील की गयी था। अमित शाह ने कहा था कि सरकार किसानों से वहां बात करने को तैयार है। लेकिन किसानों ने अमित शाह की इस अपील को ठुकरा दिया।

पुलिस द्वारा शुक्रवार को किसानों में दिल्ली में एंट्री देने के साथ ही बुराड़ी के नरंकारी ग्राउंड में आंदोलन की इजाजत दी थी, जिसके बाद कुछ किसान बुराड़ी पहुंच गये थे। जबकि किसानों की बड़ी तादाद सिंघु और टीकरी बॉर्डर पर जमी हुई है। वे यहीं आंदोलन करना चाहते हैं।

किसान संगठनों ने यह भी फैसला किया है कि बुराड़ी पहुंचे किसान भी वापस सिंघु बॉर्डर लौटेंगे। किसानों ने आशंका जताई है कि टिकरी बॉर्डर और सिंघु बॉर्डर तो सील कर दिया गया है। इसके अलावा आने वाले दिनों में हापुड़, आगरा व जयपुर रोड को भी सील किया जाएगा। राजमार्ग और सड़के बाधित होने से किसान सरकार पर दबाव बनाना चाहते हैं।

दूसरी तरफ प्रदर्शन के दौरान गाजीपुर बॉर्डर पर कुछ किसानों ने पुलिस बैरिकेड तोड़ दिया। ये किसान बैरिकेड क्रॉस करके दिल्ली की ओर आना चाह रहे थे। पुलिस ने जब इन्हें रोका तो किसान उग्र हो गए। इस दौरान यहां किसानों और पुलिस के बीच जमकर बहस हुई आखिरकार किसान अपनी वास्तविक स्थान पर चले गए। 










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